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स्कूल शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल ने ऑफिस कैंपस में किया ऐसा काम, जानने वाले हैरान!

आरएनई, नेटवर्क।
राजस्थान के एक सीनियर आईएएस ने अपने ऑफिस कैंपस में ऐसा काम किया है जिसे देख-सुनकर कर्मचारी तो रोमांचित है ही जानने-सुनने वाले भी हैरान है। प्रदेश के इस ब्यूरोक्रेट के काम की जीव-जंतु प्रेमी काफी तारीफ कर रहे हैं।

कौन अधिकारी, क्या किया:
बात राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग में शासन सचिव कृष्ण कुणाल की हो रही है। कुणाल ने एक नारियल में आटा, घी, चीनी आदि भरे। इसे लेकर अपने ऑफिस कैंपस शिक्षा संकुल के एक कोने में मिट्टी हटाकर छोटा-सा गड्ढा बनाया। इस गड्ढे में नारियल को दबा दिया। उनके इस काम को देखने और भागीदारी निभाने को कई कर्मचारी-अधिकारी मौजूद रहे।

जानिये ऐसा क्यों किया:
दरअसल कुणाल ने यह काम चींटियों के भोजन के लिये। आमतौर पर जहां चींटियां बहुत ज्यादा होती है या रहती है, उस जगह को राजस्थानी में ‘कीड़ी नगर’ कहते हैं। धार्मिक आस्था के कारण लोग इस कीड़ी नगर में खाना डालने जाते हैं। इसके साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे कीड़ी नगर होने से लोगों की आवाजाही के कारण हर दिन सैकड़ों चीटियां पैरों के नीचे आकर मर जाती है।

दबाये हुए नारियल से क्या होगा!
शिक्षा सचिव कुणाल ने संभवतया कुछ इसी तरह चींटियों को पैरों से कुचलकर मरने से बचाने के लिये किया होगा। उन्होंने चींटियों की बस्ती से थोड़ी दूरी पर जहां लोगों की आवाजाही नहीं है वहां थोड़ी-सी मिट्टी हटाकर आटा, चीनी, घी भरा नारियल रखा। ऐसे में चींटिया इस नारियल तक पहुंचेगी और यहां रखा खाना खाती रहेगी। पैरों के नीचे दबकर मरने से बच जाएगी। उनकी इसी सोच की पूरे विभाग में वाहवाही हो रही है।

चलेगा अभियान:


सचिव कुणाल की ही तरह अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक सुरेश बुनकर, उपायुक्त आदि ने भी जगह-जगह ऐसे गड्ढे नाकर नारियल दबाये। चींटियों को पोषित करने और बेमौत मरने से बचाने का यह काम एक अभियान का रूप ले रहा है।

ज्योतिषीय पक्ष भी है:
ज्योतिर्विद पंडित जितेन्द्र आचार्य जीवरक्षा की इस क्रिया के ज्योतिषीय पक्ष को भी बताते हैं। पंडित आचार्य का कहना है, ग्रहों के लिहाज से देखा जाए तो यह शनि का उपचार है। इसी तरह काम में आ रही अनावश्यक बाधाओं, रूके हुए धन, पदोन्नति आदि को हासिल करने के लिए भी ऐसे उपाय कारगर होते हैं। कष्ट, बीमारी से मुक्ति का भी यह टोटका है।