महंगाई की मार से आम आदमी की बढ़ी टेंशन, रसोई का बजट बिगड़ा
- एक महीनें में चना 24 प्रतिशत महंगा
- आयात शुल्क हटा, पर काबू में नहीं भाव
- चने के दाम और बढ़ सकते हैं
आरएनई, बीकानेर
अरहर व उड़द के बाद अब चने के भाव ने भी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। एक महीनें में ही मंडियों में चने के भाव प्रति क्विंटल 1400 रुपये तक बढ़ गये हैं। बीकानेर की थोक मंडी में चना 4 मई को 5789 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा था जो 24 प्रतिशत बढ़कर 7200 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गया है।
पिछले एक सप्ताह में चने की कीमतें 9 प्रतिशत बढ़ी है। एक महीनें पहले दिल्ली में चने का थोक भाव 6350 से 6400 रुपये था जो अब बढ़कर 7300 से 7350 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। महाराष्ट्र की अकोला मंडी में चना का थोक भाव 700 रुपये बढ़कर 6950 से 7000 रुपये क्विंटल हो गया है।
आयात शुल्क हटने और आवक बढ़ने के बावजूद चने के दाम काबू नहीं आ रहे हैं। जानकारों का मानना है कि कमजोर उत्पादन और स्टॉक के कारण लंबी अवधि में चने का भाव 8000 रुपये प्रति क्विंटल को भी पार कर सकता है।