Skip to main content

लूणकरणसर में 40 पोल टूटे, 07 ट्रांसफार्मर उखड़े, श्रीडूंगरगढ़ में 50 पोल ढहे

  • बीकानेर में जबरदस्त अंधड़: 100 से ज्यादा पोल टूटे, ट्रांसफार्मर उखड़े, गांव अंधेरे में डूबे, पानी बंद
  • लूणकरणसर में बिजली आपूर्ति चरमराई, नोखा में जलापूर्ति ठप
  • लाखों का नुकसान, बड़ा इलाका अंधेरे में डूबा
  • कलेक्टर ने कहा, धैर्य रखें, अधिकारियों को अलर्ट किया

आरएनई, बीकानेर।

रविवार को आई तेज आंधी ने बीकानेर में जबरदस्त तबाही मचाई है। खासतौर पर जिले के लूणकरणरसर और श्रीडूंगरगढ़ में बिजली के लगभग सौ पोल उखड़ चुके हैं। लूणकरणसर में अब तक सात ट्रांसफार्मर उखड़ने की जानकारी सामने आई है। आंधी से जहां लाखों का नुकसान हुआ है वहीं बड़ा इलाका अंधेरे में डूबा है। नोखा में जलापूर्ति ठप हो गई है। दियातरा, छत्तरगढ़ में भी काफी नुकसान हुआ है।

जानिए कहाँ, कितना नुकसान :

जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने बताया कि लूणकरणसर क्षेत्र में लगभग 40 पोल्स टूटने तथा 7 ट्रांसफार्मर उखड़ने की सूचना मिली है। इसी प्रकार श्रीडूंगरगढ़ में लगभग 50 पोल टूटने तथा इंदपालसर तथा हथाना रोही के विद्युत स्टेशन को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

दियातरा फीडर में क्षति हुई है। छत्तरगढ़ क्षेत्र में भी कुछ विद्युत पोल टूटे हैं। नोखा में विद्युत तंत्र प्रभावित होने से पानी आपूर्ति बाधित हो रही है।

स्थितियां संभालने टीमें जुटी :

जिला कलेक्टर ने बताया कि विद्युत विभाग के दलों ने कार्य शुरु कर दिया है। अधिक से अधिक टीमों को डेप्लॉय किया जा रहा है, लेकिन अंधेरे में लिमिटेड विजिबिलिटी में सुरक्षा कारणों और नुकसान दूर-दराज के क्षेत्रों में होने के कारण तंत्र को वापस बहाल करने में समय लग रहा है। हालांकि इनमें बड़ी क्षति नहीं हुई है। जिला कलेक्टर ने सभी विभागों के जिला अधिकारियों सहित सभी उपखंड अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये हैं। साथ ही आमजन से अपील की है कि धैर्य के साथ समस्या समाधान में सहयोग करें।

 

दरअसल रविवार दोपहर बाद नोखा, श्रीडूंगरगढ, लूणरकणसर के इलाकों में तेज अंधड़ चला। इनमे ंसे नोखा और श्रीडूंगरगढ़ में बारिश हुई। कहीं-कहीं ओले भी गिरे। तेज रफ्तार से चली हवाओं के कारण बड़ी संख्या में पोल गिर गये। ट्रांसफार्मर उखड़ गए। बीकानेर जिले का एक बड़ा हिस्सा अंधेरे मंे डूब गया। अब रात को ही यहां टीमें काम कर रही है लेकिन अंधेरे में काम करना काफी मुश्किल है।