भाटी का चौंकाने वाला बयान : कांग्रेस सरकार में ब्यूरोक्रेसी सही, अब अफसरशाही हावी
- क्या अपरोक्ष रूप से सीएम का बचाव कर रहे भाटी या राजस्थान भाजपा में फिर भड़केगी असंतोष की आग
- कांग्रेस राज को सराहा, अब अफसरशाही हावी
- भाटी बोले-दबाव देकर, घेराबंदी की गई, बीकानेर क्लस्टर में दो टिकटें बदली जो गलत थी, हार मिली
- मुख्य सचिव के कमरे के आगे एमएलए की कतार लग रही, जनप्रतिनिधि बनना, न बनना एक जैसा
RNE, BIKANER .
राजस्थान में 11 सीटों पर हार की समीक्षा कर रही भाजपा जिन कारणों तक पहुंची है उनमें जगह-जगह असंतोष की बातें सामने आ रही है। मायने यह कि पार्टी की हार की एक वजह कार्यकर्ताओं में प्रत्याशियों को लेकर असंतोष रही। इन सबके बीच सोमवार को पार्टी के दिग्गज नेता देवीसिंह भाटी के एक बयान ने असंतोष की आग में घी का काम कर दिया है।
भाटी ने बीकानेर क्लस्टर या संभाग की तीन में से दो सीटों पर हार के लिए टिकट बदलने को जिम्मेदार बताया। कहा, दबाव देकर, घेराबंदी कर टिकट बदले गए जिसका नतीजा सामने हैं।
उन्होंने सीधे तौर पर हार के लिए राजेन्द्र राठौड़ को नाम लेकर जिम्मेदार बताया। यह भी कहा, एक-दूसरे को अंदर से काटने की प्रवृत्ति ने पार्टी को हराया। अगर बगैर दबाव सही टिकट दिये जाते तो राजस्थान में भाजपा कुछ और सीटें जीत सकती थी।
प्रदेश में अफसरशाही हावी, जनप्रतिनिधियों की अनदेखी :
भाटी ने अपने बयान में प्रदेश की भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली को भी आड़े हाथों लिया। कहा, अफसरशाही हावी है। चीफ सेक्रेट्री के कमरे के सामने एमएलए की कतार लगती है। ऐसे में जनप्रतिनिधि बनना या बनना एक जैसा हो गया है। अफसरशाही हावी होने का ही जिक्र करते हुए एक और चौंकाने वाली बात कही, कांग्रेस जब तक लगातार सरकार में रही तब तक ब्यूरोक्रेसी कंट्रोल में रही। ज्योंहि सरकारें बदलने लगी अफसरशाही हावी हो गई।