मानसिक विकास में शतरंज जैसे खेल की भूमिका महत्वपूर्ण : विधायक व्यास
RNE, BIKANER .
स्व. कुशाल चंद व्यास स्मृति तीन दिवसीय जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता शनिवार को बेसिक पीजी कॉलेज में शुरू हुई। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास थे। उन्होंने कहा कि मनुष्य के मानसिक विकास में शतरंज जैसे खेल अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। आयोजकों द्वारा की गई पहल सराहनीय है। इससे नए शातिरों को आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा प्रतिवर्ष ऐसे आयोजन किए जाए। यही कुशाल चंद व्यास जैसे दिवंगत खेल प्रेमियों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
समाजसेवी राजेश चूरा ने कहा कि बीकानेर में खेलों की समृद्ध परंपरा रही है। युवाओं के कंधों पर इसे आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) दीपक शर्मा ने कहा कि बच्चों को कोई ना कोई खेल जरूर खेलना चाहिए। बच्चे सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना बनाए रखें और नया सीखने का प्रयास करें। खनि अभियंता एमपी पुरोहित ने कहा कि खेलों में भविष्य निर्माण की अपार संभावनाएं हैं। ऐसी प्रतियोगिताएं समय समय पर आयोजित होनी चाहिए। आयोजन समन्वयक रामजी व्यास ने बताया प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में 128, महिला वर्ग में 56 और सीनियर वर्ग में 41 सहित कुल 225 शातिर भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता तीन वर्गों में होगी। पहले दिन दो-दो राउंड खेले गए। अगले दो दिनों में पांच चक्र और खेले जाएंगे। उन्होंने स्व. कुशाल चंद व्यास के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विधायक ने खेलों के उद्घाटन की घोषणा की और मोहरे चलाकर इसकी विधिवत शुरुआत की। शिव कुमार व्यास ने बताया कि विजेताओं को नकद राशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जाएगी। एड. अजय व्यास ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन बीडी हर्ष ने किया। ऑर्बिटर की भूमिका भानु आचार्य, आनंद व्यास, बी डी हर्ष, कपिल पवार, हर्षवर्धन हर्ष, ऋषि राज व्यास, एस एन करनानी तथा शिव शंकर बोहरा ने निभाई। इस दौरान शतरंज संघ के प्रतियोगिता निदेशक एड. एस एल हर्ष, एड. अजय पुरोहित, न्यायाधीश महेश शर्मा, लखपत राय व्यास, सुनील बोड़ा, बृज रतन व्यास, डॉ. राज नारायण व्यास, हरि शंकर हर्ष, जानकी देवी व्यास, दिनेश शर्मा, शैलेश गुप्ता, अमित व्यास, केशव व्यास, महेंद्र रंगा, अशोक मारू, गिरिराज मोहता और राजेश सुथार सहित अनेक लोग मौजूद रहे। दूसरे दिन के खेल प्रातः 9 बजे से खेले जाएंगे।