पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी अब देशभर में अपना गोचर संरक्षण मॉडल रखेंगे
RNE Bikaner.
पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी को ग्लोबल कंफेडरेशन ऑफ काऊ बेस्ड इंडस्ट्रीज (जीसीसीआई) में राष्ट्रीय सलाहकार बनाया गया है। जीसीसीआई के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है। ऐसे में भाटी अब जीसीसीआई की राष्ट्रीय बैठकों में शामिल होंगे और केंद्र सहित देश की विभिन्न राज्य सरकारों के सामने गोचर, ओरण, जोहड़ पायतन, आगोर और बहाव क्षेत्र की भूमियों के संरक्षण पर अपनी बात रखेंगे। ऐसे में भाटी जिस मुद्दे पर लंबे समय से आंदोलन के स्तर का अभियान चला रहे हैं, उसे अब पूरे देश के प्लेटफॉर्म पर रखेंगे।
गौरतलब है कि राजस्थान में भाटी के नेतृत्व में गोचर संरक्षण का आंदोलन चल रहा है। बीकानेर की सरेह नथनिया की 27 हजार बीघा गोचर पर चारदीवारी बनाने सहित चारागाह विकास और वर्षा जल संरक्षण के मॉडल पर काम हो रहा है।
जानिये क्या है जीसीसीआई :
ग्लोबल कन्फेडरेशन ऑफ काउ-बेस्ड इंडस्ट्रीज (जीसीसीआई) एक सेक्शन 8 कंपनी है, जिसका गठन वैश्विक स्तर पर गाय आधारित उद्योगों को व्यवस्थित करने के लिए किया गया है। दुनिया भर में गाय के गोबर और गोमूत्र से 300 से अधिक उत्पाद बनाए जा रहे हैं। जीसीसीआई ने उत्पादों के लिए गौशालाओं, प्रशिक्षकों, गाय उद्यमियों, विपणक, वितरकों, नवप्रवर्तकों का विशाल, प्रामाणिक डेटा विकसित किया है। कई गैर सरकारी संगठन और प्रतिष्ठित संगठन गायों की बहुत अच्छी सेवा कर रहे थे। जीसीसीआई उन सभी से संपर्क कर रहा है, समन्वय कर रहा है, उन्हें एक साथ ला रहा है।
भाटी को क्यों बनाया :
दरअसल पूर्व मंत्री भाटी लंबे समय से पूरे राजस्थान में गौ संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। वे इसके लिए गोचर संरक्षण को खास महत्व देते हैं। उन्होंने बीकानेर में गोचर संरक्षण की दिशा में सबसे बड़ी दीवार बनाने का ऐतिहासिक काम किया है।