साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित, मानसून के मद्देनजर अधिक सतर्कता रखने के निर्देश
RNE, BIKANER .
अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) डॉ. दुलीचंद मीना ने मानसून के मद्देनजर संभावित मौसमी बीमारियों की रोकथाम और जलभराव वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर यहां विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने यह बात कही।
डॉ मीना ने कहा कि बरसाती जल का ठहराव नहीं हो, इसके मद्देनजर एंटी लार्वा गतिविधियां हों। आवश्यकता अनुसार फोगिंग की जाए। ठहरे हुए पानी में गम्बूसिया मछलियां डाली जाए। अस्पतालों में आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता, इंटीग्रेटेड वार्ड बनाने व स्वास्थ्य कार्मिकों को अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिए। स्थानीय निकाय विभाग को नालों की सफाई का फिजिकल वेरीफिकेशन करने को कहा।
जलभराव की समस्या ना हो, इसके लिए आवश्यक तैयारी करने, खुले चेंबर ढकने, गड्ढे भरवाने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि स्कूलों में पौधे लगवाने के लिए पौधों का उठाव, उनका वितरण सहित गड्ढे खुदवाने संबंधित सूचना भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी स्वीकृत श्री अन्नपूर्णा रसोईयों का संचालन सुनिश्चित करने, विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड को सभी स्वीकृत कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि तकनीकी त्रुटियां के कारण यदि कोई पात्र किसान, किसान सम्मान निधि योजना के लाभ से वंचित ना रहे। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर भौतिक सत्यापन करवाकर आगामी बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों को योजनाओं एवं वित्तीय साक्षरता संबंधित जानकारी देने के लिए ब्लॉक स्तरीय बैंक शाखाओं पर कार्यशाला का आयोजन करवाएं जाने के निर्देश दिए।
बैठक में राजकीय जिला अस्पताल अधीक्षक सुनील हर्ष, राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम अधीक्षण अभियंता बी.आर मेघवाल, आईजीएनपी से सुरेश कुमार, सेंट्रल काॅऑपरेटिव बैंक से मोहम्मद आफताब सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
स्टॉप डायरिया अभियान के पोस्टर का किया विमोचन
अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) दुलीचंद मीना ने स्टॉप डायरिया अभियान के पोस्टर का विमोचन किया। जिले में चिकित्सा विभाग द्वारा 1 जुलाई से 31 अगस्त तक स्टॉप डायरिया अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य 5 साल उम्र तक के बच्चों को डायरिया से होने वाली मृत्यु दर को कम करना है। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मिकों के माध्यम से घर-घर ओआरएस एवं जिंक वितरित किए जाएंगे।