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NAGAUR : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ब्लॉक स्तरीय बैठक

  • मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश कुमावत ने की अध्यक्षता

RNE NAGAUR .

नीति आयोग ने देश में ऐसे ब्लॉकों को आंकाक्षी ब्लॉकों की श्रेणी में शामिल किया गया है, जिसे शिक्षा, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, स्वरोजगार एवं उद्यमिता तथा पोषण की दृष्टि से संपूर्णता की ओर लेकर जाना हैं। ऐसे ही आंकाक्षी ब्लॉकों में शामिल है नागौर का जायल, जिसे संपूर्णता की पायदान पर पहुंचाने के लिए जिला कलक्टर अरूण कुमार पुरोहित के मार्गदर्शन में टीम मेडिकल हैल्थ पूरे मनोयोग के साथ काम कर रही है।

नीति आयोग के संपूर्णता अभियान में शामिल आंकाक्षी ब्लॉक जायल में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं गांव-ढाणी तक सुदृढ़ हों, इसे लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश कुमावत स्वयं कार्ययोजना के मुताबिक जिला एवं ब्लॉक स्तर की टीम को साथ लेकर धरातलीय स्तर पर कार्य को प्रगति के पथ पर पहुंचाने में लगे हैं। इसी के तहत बुधवार को जायल की ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने डॉ. कुमावत ने माह जुलाई से सितम्बर 2024 तक चलने वाले संपूर्णता अभियान के तहत आंकाक्षी ब्लॉक जायल में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की दृष्टि से निर्धारित तीन इंडीकेटर्स की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश कुमावत ने निर्देश दिए कि तीन माह तक चलने वाले इस अभियान में जायल ब्लॉक के गांव-ढाणी तक रहने वाले 30 वर्ष तक की आयु के प्रत्येक नागरिक की रक्तचाप तथा मधुमेह जांच सहित उनकी हैल्थ स्क्रीनिंग करते हुए आभा आईडी बनाने का काम भी शत-प्रतिशत किया जाए। इसके अतिरिक्त प्रत्येक गर्भवती महिलाओं का प्रथम तिमाही में एएनसी रजिस्ट्रेशन करते हुए प्रोटोकॉल के मुताबिक उनकी समय-समय पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत माह की 9,18 व 27 तारीख को प्रसव पूर्व जांच तथा टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ-साथ ई-केवाईसी का शेष रहा कार्य भी जल्द पूरा कर लिया जाए।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने निर्देश दिए कि मानसून सीजन को देखते हुए मौसमी बीमारियों से बचाव को लेकर स्वास्थ्य कर्मी आमजन को जागरूक रखें तथा बीमार व्यक्तियों के समय पर उपचार हेतू दवाईयां तथा जांच सुविधा को अपडेट रखा जाए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी ने परिवार कल्याण कार्यक्रम से जुड़े लक्ष्य पूरे करने, बच्चों को डायरिया से मुक्त रखने के लिए चलाए जा रहे अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए। डॉक्टर चौधरी ने एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि एनीमिक बालिकाओं को आयरन फोलिक एसिड की गोली व सिरप घर तक पहुंचाना सुनिश्चित करें।

जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा ने संपूर्णता अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत एएनसी रजिस्ट्रेशन एवं प्रसव पूर्व जांचों, टीकाकरण के साथ-साथ उनका डाटा अपडेट रखने, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने तथा बच्चों के टीकाकरण से जुड़े लक्ष्यों की पूर्ति करने के निर्देशदिए।

एनएचएम के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सोनी ने जननी सुरक्षा योजना, राजश्री योजना व शुभ लक्ष्मी योजना की समीक्षा करते हुए इसका बैकलॉग पूरा करने के निर्देश दिए।

बैठक में एनसीडी में एमओ पोर्टल पर आभा आईडी बनाना व सीबैक फार्म भरकर स्क्रीनिंग करना, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना की प्रगति रिपोर्ट की भी समीक्षा की गई। जायल कस्बे के कांकाणी भवन में आयोजित हुई इस बैठक में जायल के बीसीएमओ डॉ. गणेश भगवान आसोपा, एपिडेमोलॉजिस्ट साकिर खान, विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रतिनिधि डॉ. पल्लवी राव, एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम के जिला समन्वयक मालसिंह तथा नीति आयोग से खण्ड जायल के फेलो सुरेन्द्र खण्डेलवाल ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर जायल ब्लॉक के उप जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. अर्जुन सांखला, बीपीएम राजेन्द्रसिंह सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी आदि मौजूद रहे।