पीबीएम अस्पताल में जल्द शुरू हो आईएचएमएस – मेघवाल
केन्द्रीय मंत्री ने पीबीएम अस्पताल और मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क में का किया निरीक्षण
RNE, BIKANER.
केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि पीबीएम अस्पताल प्रशासन, मरीजों की सुविधा के लिए तकनीक का प्रयोग करते हुए अस्पताल में इंटिग्रेटेड हेल्थ मैनजमेंट सिस्टम (आईएचएमएस) शीघ्र चालू करवाएं। केन्द्रीय मंत्री ने गुरूवार को पीबीएम अस्पताल के औचक निरीक्षण के दौरान यह बात कही। उन्होंने चिकित्सा व्यवस्थाओं और मरीजों को उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं की समीक्षा की और आईएचएमएस चालू होने संबंधी प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था जल्दी लागू करवाएं, जिससे मरीजों को कतार से मुक्ति मिले। घर बैठे ही ओपीडी पंजीकरण, चिकित्सकों के अप्वाइंटमेंट और जांच रिपोर्ट प्राप्त करने की सुविधा मिल सके।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को अस्पताल में साफ-सफाई, निशुल्क दवा व जांच आदि से जुड़ी समस्त व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं के विकास में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए उच्चतम स्तर पर चर्चा की जाएगी।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. पी. के. सैनी ने बताया कि आईएचएमएस लागू करने की प्रक्रिया प्रगतिरत है। जिसे शीघ्र पूरा कर लागू कर दिया जाएगा। इस दौरान डॉ. पुखराज, डॉ. शिव शंकर सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क का किया निरीक्षण, प्रगतिरत कार्य जल्द पूरा करने के दिए निर्देश
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क का निरीक्षण किया और यहां चल रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क में सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाए, जिससे सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया के माध्यम से इस पार्क का विजिट करवाकर इसे प्रारम्भ कर दिया जाए।
मेघवाल ने कहा कि मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क को पूरा करने में वर्तमान आवश्यकता अनुसार रिवाइज प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भिजवाया जाए। स्वीकृत कार्यों को भी शीघ्र पूर्ण करवाया जाए। आरएसआरडीसी की परियोजना निदेशक शिल्पा कच्छावा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2015-16 की बजट घोषणा की अनुपालना में मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क का निर्माण किया जा रहा है। पार्क के लिए 36.3 करोड रुपए स्वीकृत किए गए थे, जिसमें से 24.3 करोड़ रुपए वन विभाग द्वारा आरएसआरडीसी को हस्तांतरित की जा चुकी है। जिनमें से 14 करोड़ रुपए की राशि से चार दीवारी और 10 एनक्लोजर का निर्माण करवाया गया। दूसरे चरण में 2 पिंजरों एवं प्रशासनिक भवन का निर्माण प्रगतिरत है तथा चार पिंजरों के निर्माण के लिए टेंडर किया जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि इस पार्क के निर्माण के लिए अतिरिक्त राशि की आवश्यकता है। केंद्रीय मंत्री के निर्देशानुसार नए प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भिजवाए जाएंगे।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधा लगाया और इसकी देखभाल नियमित रूप से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल के तहत देश भर में सघन पौधारोपण हो रहा है। आज यह जन-जन की मुहिम बन गया है।
वन विभाग बीकानेर के संभागीय मुख्य वन संरक्षक हनुमान राम, उप वन संरक्षक, बीकानेर एस. शरथ बाबू, उप वन संरक्षक वन्य जीव-संदीप कुमार छलानी,
आरएसआरडीसी के परियोजना अधिकारी अशोक कुमार और डूंगर कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. प्रताप सिंह, रमेश जाखड़ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।