विभाजन के दर्द को याद करते हुए भाजपा ने कलेक्ट्रेट से गांधी पार्क तक पैदल मौन जुलूस निकाला
RNE, Bikaner.
भारत के विभाजन के दर्द को याद करते हुए भारतीय जनता पार्टी बीकानेर शहर जिलाध्यक्ष विजय आचार्य की अगुवाई में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर मौन जुलूस निकाला। स्वतंत्रता मिलने से ठीक पहले यानी आज के दिन भारत का बंटवारा हो गया था इसी की याद में भाजपा जिला पदाधिकारियों के साथ सिंधु सभा के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट से गांधी पार्क तक पैदल मौन जुलूस निकाला गया।
शहर जिलाध्यक्ष विजय आचार्य ने कहा जिस तरह विभाजन में दोनो देशों को अलग किया गया कुछ लोगो ने इसको कांग्रेस की विभाजनकारी नीतियों का परिणाम बताया कुछ ने इसको जिन्ना की जिद बताया कुछ ने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की प्रधानमंत्री बनने की लालसा बताया इस विभीषिका में डेढ़ करोड़ लोगो को अपने ही घर में रिफ्यूजी बनकर रहना पड़ा हजारों की संख्या में महिलाओं और हिन्दुओं के अपरहण हुए भारत के इतिहास के इस अमानवीय अध्याय को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस युवा पीढ़ी को देशवासियों की पीड़ा की याद दिलाएगा नागरिकों को हमेशा के लिए शांति व सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रेरित करेगा। विभाजन की हिंसा और घृणा ने लाखों लोगों की जान ले ली। आज विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर बंटवारे का दंश झेलने वाले लाखों लोगों को नमन करता हूं। अखिल भारतीय सिन्धु सभा के किसन सदारंगानी ने कहा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस देश की युवा पीढ़ी को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सही गई यातना एवं वेदना का स्मरण कराएगा और देशवासियों को देश में सदा शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रेरित भी करेगा। वर्ष 1947 में भारत के विभाजन के दौरान हुए सांप्रदायिक दंगों में लाखों लोग विस्थापित हुए थे और बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे।
आज के इस मौन जुलूस में भाजपा जिला महामंत्री मोहन सुराणा, श्याम पंचारिया, नरेश नायक, श्याम सुंदर चौधरी, उपाध्यक्ष हनुमान सिंह चावड़ा, विजय उपाध्याय, बाबूलाल गहलोत, जितेंद्र राजवी, जिला मंत्री मनीष सोनी, सांगीलाल गहलोत, जगदीश सोलंकी, भारती अरोड़ा, अनु सुथार, अखिल भारतीय सिन्धु सभा के किसन सदारंगानी, मानसिंह हासानन्द, किशोर मामनानी भाजपा नेता राजेश गहलोत, सुशील शर्मा, अजय खत्री, चंद्र गहलोत, विनोद करोल, कमल आचार्य, जेठमल नाहटा, चंद्र मोहन जोशी, राजाराम सीगड़, सोहन चांवरिया, रमजान अब्बासी, विमल पारीक, अयूब क्यामखानी, राम कुमार व्यास, परी वर्मा, पवन भाटी उपस्थित रहे।