राज्य सभा चुनाव : राजस्थान में तीन नामांकन, बिट्टू की निर्विरोध जीत तय
- प्रत्याशी बिट्टू बोले- पगड़ी पर दाग नहीं लाग्ने दूंगा
RNE Network, Jaipur.
राजस्थान से राज्य सभा की एक सीट परउप निर्वाचन के लिए बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से रवनीत सिंह बिट्टू ने नामांकन पत्र दाखिल किया।
बिट्टू ने रिटर्निंग ऑफिसर महावीर प्रसाद शर्मा को नामांकन पत्र के चार सैट प्रस्तुत किये। नामांकन दाखिल करते समय उनके साथ मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा, संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल मौजूद थे। नामांकन पत्र प्रस्तुत करने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर महावीर प्रसाद शर्मा ने उम्मीदवार को शपथ दिलायी।
एक डमी, एक निर्दलीय सहित तीन नामांकन :
बुधवार को भारतीय जनता पार्टी से प्रतिस्थापन (डमी) उम्मीदवार के रूप में सुनील कोठारी ने भी राज्यसभा उप निर्वाचन के लिये नामांकन पत्र दाखिल किया। गौरतलब है कि राज्य सभा की एक सीट के लिये हो रहे चुनाव में बुधवार को अंतिम दिनांक तक तीन उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र प्रस्तुत किए। शनिवार 17 अगस्त को निर्दलीय बबीता बाघवानी ने राज्य सभा उप निर्वाचन के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था। गुरुवार 22 अगस्त को मध्यान्ह पश्चात 1.30 बजे विधान सभा भवन स्थित कक्ष संख्या 751 में नामांकन पत्रों की जांच होगी।
बिट्टू की जीत तय, कांग्रेस ने प्रत्याशी नहीं उतारा :
बिट्टू का राजस्थान से निर्विरोध राज्यसभा जाना तय है, क्योंकि कांग्रेस ने इन चुनावों में अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। नामांकन के बाद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि राजस्थान का यह कर्ज मेरे ऊपर रहेगा। मैं राजस्थान और पंजाब की पगड़ी पर कभी कोई दाग नहीं लगने दूंगा।
राजस्थान के किसानों के लिए कम करूंगा :
रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा राजस्थान के लिए कोई कमी नही छोड़ी जाएगी। राजस्थान में बड़ी मात्रा में फसलों की पैदावार होती है। उन फसलों की ब्रांडिंग करना, उनकी प्रोसेसिंग करना मेरे मंत्रालय के जिम्मे है। ऐसे में मंत्रालय की जो भी योजनाएं हैं, उनका लाभ राजस्थान के छोटे शहरों और गांव-गांव तक पहुंचाने का काम हम शुरू करेंगे।
कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये, लोकसभा हारे :
रवनीत बिट्टू लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते बिट्टू को भाजपा ने लुधियाना से लोकसभा टिकट दिया। वे कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह से लगभग 21 हजार वोटों से हर गए। इसके बावजूद उन्हें मोदी सरकार में रेल राज्य मंत्री बनाया गया है। मंत्री तभी बने रह सकते हैं जब सांसद के तौर पर शपथ लें। ऐसे में भाजपा अब उन्हें राजस्थान से राज्यसभा में ले जा रही है।