पेपर लीक मामले में SOG एक्शन मोड में आरोपियों से पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे
आरएनई,स्टेट ब्यूरो।
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानी (एसओजी) ने जूनियर इंजीनियर भर्ती 2020 पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों की प्रॉपर्टी सीज करने की बड़ी तैयारी कर ली है। इसको लेकर एसओजी ने संबंधित आरोपियों को लेकर नगर निगम, जेडीए और जिला प्रशासन से उनकी संपत्तियों की डिटेल मांगी है। यह डिटेल मिलने के बाद आरोपी की संपत्तियों का आंकलन किया जाएगा। इसके बाद उनकी संपत्ति को कानून के तहत सीज या कुर्क किया जाएगा।
चारों आरोपियों की प्रॉपर्टी को सीज करने की तैयारी
जूनियर इंजीनियर भर्ती 2020 पेपर लीक मामले में SOG ने टीचर राजेंद्र कुमार यादव, पटवारी हर्षवर्धन मीणा, SI राजेंद्र कुमार यादव उर्फ राजू और लाइब्रेरियन शिवरतन मोटा को गिरफ्तार किया। जो अभी एसओजी के 10 दिन के रिमांड पर चल रहे हैं। SOG के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि इस मामले में पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। इधर एसओजी ने चारों आरोपियों की संपत्ति को लेकर जानकारी मांगी है। जहां बाद में उनकी संपत्ति को चीज करने की कार्रवाई की जाएगी।
हर्षवर्धन की पत्नी के खिलाफ भी मामला दर्ज
एसओजी की पूछताछ में पटवारी हर्षवर्धन की पत्नी सरिता के खिलाफ भी डमी कैंडिडेट बैठाने का मामला सामने आया है। इसको लेकर गुरुवार को एसओजी ने सरिता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। हर्षवर्धन से पूछताछ में एसओजी को पता चला कि उसकी पत्नी ने भी पटवारी रहने के दौरान SI का पेपर दिया था। इसमें उसने डमी कैंडिडेट बैठाया। जिसमें उसकी पत्नी एग्जाम में पास हो गई। लेकिन फिजिकल टेस्ट में वह फेल हो गई थी। आरोपियों ने तीन दर्जन प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक किए
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के बाद काफी चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसमें टीचर राजेंद्र कुमार यादव ने जयपुर के खातीपुरा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 25 साल से ड्यूटी पर रहते हुए उसने 20 से अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक किए। इन पेपरों को हर्षवर्धन ने 50 से 60 लाख रुपए में बेचा। एडीजी ने बताया कि वह अपने परिवार की कई लोगों को नौकरी लगवा चुका है। एसओजी उन सबकी डिटेल निकालने में लगी हुई है। इसके बाद उनके रिश्तेदारों के खिलाफ भी FIR दर्ज की जाएगी।