आंदोलन का असर: जवान रामस्वरूप का पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार, गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा
- हनुमान बेनीवाल का दबाव आया काम, सोमवार को प्रदेशभर से किसानों को जुटाने की दी थी चेतावनी
RNE NETWORK
कश्मीर के अनंतनाग में बीकानेर जिले के जवान रामस्वरूप कस्वा की मौत के बाद उठे विवाद का आखिरकार चार दिन बाद समाधान हो गया। हाईवे जाम कर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों के आगे झुकते हुए केन्द्र और राज्य सरकार को जवान की अंत्येष्टि पूरे राजकीय सम्मान से करने की स्वीकृति देनी पड़ी।
नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने इसकी आधिकारिक जानकारी साझा करते हुए कहा है शाम 04 बजे पांचू में जवान रामस्वरूप कस्वा की अन्त्येष्टि पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगी। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।
बेनीवाल ने कहा, चेतावनी से झुकी सरकार :
सांसद हनुमान बेनीवाल के मुताबिक नोखा तहसील के पांचू गांव के निवासी शहीद रामस्वरूप कस्वा के प्रकरण में लगातार तीन दिनों से शहीद के परिजनों,स्थानीय लोगो द्वारा किए जा रहे आंदोलन तथा कल 28 अक्टूबर को देर रात तक वहां RLP परिवार के सदस्यों के साथ दिए गए धरने और सोमवार के बड़े जन -आंदोलन के अल्टीमेटम को देखते हुए केंद्र की सरकार और राजस्थान की सरकार झुक गई।
शहीद के परिजनों की मंशा के अनुरूप प्रस्तावित मांगों पर सकारात्मक सहमति बन गई है। मैने दो बार देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी से दूरभाष पर वार्ता की और कल प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से भी दूरभाष पर कई बार बात हुई !
पांचू पहुंचने का आह्वान :
बेनीवाल ने कहा, शाम 04 बजे पांचू गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए शहीद का अंतिम संस्कार होगा। मैं खुद शहीद की अंतिम यात्रा में आऊंगा। युवा साथियों और RLP के सदस्यो से अपील है कि आप भी 04 बजे अधिक से अधिक संख्या में पांचू पहुंचे।
हम मिलकर शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाए और पूर्ण सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दे। बेनीवाल ने आरोप लगाया, इस पूरे मामले में राजस्थान की भारतीय जनता पार्टी की सरकार संवेदनहीन नजर आई !