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बीकानेर मुद्रा महोत्सव : अतिथियों ने कहा, ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए

RNE Bikaner.

मुद्रा महोत्सव व्यापार से ज्यादा भारतीय संस्कृति और सभ्यता के बारे में उस काल खण्ड को अभिव्यक्त करते हैं, जिस काल में वह सिक्के प्रचलित में आए थे। यह हमारी धरोहर है, इन्हें गलाना और कौड़ियों के दाम बेचना नहीं चाहिए अपितु यह संग्रह करने चाहिए।

यह उद्गार मुख्य अतिथि जोधपुर के अतिरिक्त जिला कलक्टर विजय सिंह नाहटा ने रविवार को बीकानेर मुद्रा महोत्सव के समापन अवसर पर कही। उन्होंने आयोजक महेन्द्र कुमार बरड़िया और उनकी पूरी टीम को इस कार्य के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि मैं इस प्रदर्शनी का साक्षी बना। मुद्रा परिषद् के महेन्द्र कुमार बरडिय़ा ने बताया कि आसानियों के चौक स्थित सूरज भवन में आयोजित हुई तीन दिवसीय प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में संग्रहकर्ताओं ने भाग लिया।

इस दौरान शहरी क्षेत्र के अलावा दूर-दराज के क्षेत्रों से भी प्रदर्शनी का अवलोकन करने लोग पहुंचे। जिन्होंने एक, दो और पांच रुपए के नोटों की गड्डियां खरीद कर खुशी जाहिर की। प्रदर्शनी समापन पर परिषद् की ओर से इसमें सहभागिता निभाने वाले संग्रहकर्ताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में भरत कोठारी, राजू बिसायती, राकेश कुमार अलवर, गिरीश लूनीया सहित अतिथियों को मोतियों की माला पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अंत में आयोजनकर्ता महेन्द्र कुमार बरडिय़ा ने सभी का आभार माना।