छगन भुजबल का विवादित बयान: मंत्रिमंडल से बाहर होने के कारण विश्वासघात
RNE Network
एनसीपी अजीत पंवार के नेता व दिग्गज छगन भुजबल को इस बार मंत्री नहीं बनाया तो आखिर उनका दर्द छलक के बाहर आ गया। वे एक समय में शरद पंवार के निकटस्थ हुआ करते थे।
महाराष्ट्र की महायुति सरकार में शामिल नहीं किये जाने से निराश राकांपा के नेता छगन भुजबल ने कल दावा किया कि 8 दिन पहले उन्हें राज्यसभा की सदस्यता की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया। नासिक के येवला से विधायक भुजबल ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा सीट को इंकार कर दिया क्योंकि यह उनके क्षेत्र के साथ विश्वासघात होगा।
भुजबल ने दावा किया कि उन्हें मंत्रिमंडल से इसलिए बाहर रखा गया क्योंकि उन्होंने मनोज जरांगे का विरोध किया था। इससे पहले सोमवार को भुजबल से जब उनके भविष्य के कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि देखते हैं। जहां नहीं चैना, वहां नहीं रहना।