रुपये में आई गिरावट हर घर के बजट को बिगाड़ देगी, तेल, दालें महंगी हो जायेगी
RNE Network
वैश्विक अनिश्चितता व अमेरिका में सत्ता संभालने जा रही ट्रम्प सरकार की संभावित नीतियों से डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट लगातार जारी है। पिछले तीन महीनों में डॉलर के मुकाबले रुपये में 3 प्रतिशत गिरावट हो चुकी है। यह गिरावट कुछ दिन और जारी रही तो वे सभी उत्पाद महंगे हो जायेंगे, जिनके कच्चे माल के लिए भारत आयात पर निर्भर है। इसमें खाद्य तेल, दाल जैसे आइटम महंगे होंगे। भारत इनके आयात पर निर्भर है।
गिरावट का ये होगा असर:
रुपये की गिरावट से अगर महंगाई बढ़ती है तो आरबीआई मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए ब्याज दरें बढ़ा सकती है। इससे होम लॉन, पर्सनल लॉन, कार लॉन महंगे होंगे। भारत से बड़ी संख्या में विद्यार्थी विदेश पढ़ने जाते हैं। विदेश यात्रा भी बहुत से लोग करते हैं। डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आने से विदेश यात्रा व पढ़ाई भी महंगी हो जायेगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स पर भी असर पड़ेगा:
दवाओं, इलेक्ट्रॉनिक्स और कैमिकल के कच्चे माल के लिए भारत आयात पर निर्भर है। रुपये में गिरावट से निर्यातकों को फायदा होता, पर भारत से निर्यात होने वाली अधिकतर आइटम के कच्चे माल आयात किये जाते हैं। कच्चे माल के महंगे होने से इन उत्पादों की लागत भी अधिक हो जायेगी।
रुपये में और गिरावट की आशंका:
माना जा रहा है कि अमेरिका में फिलहाल ब्याज दरों में कटौती नहीं होगी। ट्रम्प सत्ता में आते ही डॉलर की मजबूती के लिए कदम उठा सकते हैं। इस कारण रुपये में गिरावट और आ सकती है।