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260 School Merge: कम नामांकन, शून्य नामांकन या पास-पास में दो स्कूल होने से माध्यमिक स्कूलों में मर्ज

RNE Bikaner.

राजस्थान में एक बार फिर 260 स्कूलों को बंद कर यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट, नियुक्त स्टाफ, संसाधनों को समीप के स्कूलों में भेजने का आदेश दिया गया है। इस महीने में यह दूसरा मौका है जब बड़ी तादाद में स्कूल बंद कर दूसरे स्कूलों में समाहित करने का आदेश दिया गया है। लगभग 10 दिन पहले भी ऐसे ही आदेश के जरिये प्रदेश के 169 स्कूल बंद कर दूसरी स्कूलों में मर्ज कर दिये गये।

पहले जानिये कितने और क्यों मर्ज किये गये स्कूल:

शिक्षा निदेशक आशीष मोदी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक राजस्थान के कुल 260 स्कूलों को समीपस्थ माध्यमिक स्कूलों में मर्ज किया गया है। मर्ज करने की वजह कम नामांकन या शून्य नामांकन बताया गया है। इस सूची के मुताबिक 49 स्कूल कम नामांकन वाले ओर 200 स्कूल शून्य नामांकन वाले हैं जिन्हें समीपस्थ दूसरे विद्यालयों मंे मर्ज किया है। इसके साथ 09 स्कूल ऐसे हैं जिनके पास ही माध्यमिक शिक्षा के दूसरे स्कूल संचालित होते हैं। ऐसे में इन्हें माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों मंे समाहित किया गया है। दो ऐसे स्कूल भी है जो माध्यमिक शिक्षा के ही एक स्कूल के परिसर में संचालित होते हैं। इनमंे नामांकन भी काफी कम है। ऐसे मंे कुल मिलाकर 260 स्कूलों का विलय किया गया है।

अब क्या होगा:

शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी आदेश के मुताबिक बंद किये गये स्कूलों का स्टाफ उस समीपस्थ स्कूल में समाहित हो जाएगा जिसमें स्कूल मर्ज किया गया है। इसके साथ ही संसाधन भी उसी स्कूल को सौंप दिये जाएंगे। जानकारों का कहना है कि इस निर्णय का दूरगामी असर यह होगा कि इन स्कूलों में जितने शिक्षक, मंत्रालयिक, सहायक कर्मचारी आदि के पद हैं वे सभी निकट भविष्य में खत्म हो जाएंगे।

ऐसे में राजस्थान में पहले 169 और अब एक साथ 260 स्कूल बंद होने के साथ ही सैकड़ों शिक्षकों.कार्मिकों के पद भी खत्म होने की आशंका हो गई है। इसका सीधा असर उन बेरोजगार बीएड.रीट कर चुके शिक्षित युवाओं पर पड़ेगा जो भविष्य में भर्ती निकलने की प्रतीक्षा मंे तैयारी कर रहे हैं।

लिस्ट में देखें कहां, कौनसे स्कूल, किसलिये मर्ज: