बैठक में संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने तथा मान्यता प्रदान करने के लिए प्रस्ताव पारित किया
आरएनई,बीकानेर।
भूमिपुत्र फाउंडेशन द्वारा दिनांक 4 मार्च 2024 को एक विशेष बैठक का आयोजन राजस्थान के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉक्टर मंगत बादल की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने तथा मान्यता प्रदान करने के लिए आपणों राजस्थान आपणी राजस्थानी के नाम से एक जनजागृति अभियान चलाए जाने हेतु प्रस्ताव पारित किया गया। राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के इस क्रांतिकारी कदम को आगे बढ़ाने के लिए भूमिपुत्र फाउंडेशन के समस्त सदस्यों ने संयोजक की नियुक्ति की जिसमें प्रसिद्ध लेखिका तथा कवियित्री श्रीमती किरण बादल का नाम सर्वसम्मति से पारित किया गया। श्रीमती किरण बादल ने बताया कि भूमिपुत्र फाउंडेशन राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए इस कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाएगा तथा स्कूल ,कॉलेज एवं कोचिंग इंस्टिट्यूट में युवाओं को जमीनी स्तर पर जन जागृत करेगा साथ ही भूमिपुत्र फाउंडेशन आने वाले दिनों में मां माधुरी बृज वारिस सेवा सदन अपना घर आश्रम भरतपुर संस्थान के सानिध्य में पीडि़त मानव सेवा में ऐसे आश्रयहीन, असहाय, लावारिस, बीमार, अक्षम, प्रभुस्वरूप पीड़ितों की सेवा हेतु एक हेल्पलाइन नंबर जारी करेगा तथा इन दीन जनों के लिए भोजन, दवा पानी, तन के लिए कपड़ा तथा आवास उपलब्ध करवाया जायेगा। संस्था के कार्यक्रम प्रभारी श्री प्रदीप कुमार ने बताया कि भूमिपुत्र फाउंडेशन के द्वारा एक टीम का गठन किया गया है जो अपना घर आश्रम तथा राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के उद्देश्य से कार्यक्रम को डोर टू डोर गांव एवं शहर के वार्डों में, स्कूल, कॉलेज में संचालित किए जाएंगे। आयोजित बैठक में संस्था के अध्यक्ष तेजाराम, संरक्षक रविंद्र पारीक, सचिव प्रमोद कुमावत,ममता वर्मा तथा अन्य गणमान्य नागरिक एवं सदस्य उपस्थित रहे।