अटारी की पदयात्रा कर बोले सीएम भजनलाल-जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी
अपने इसी गांव का सरपंच बनकर शुरू किया था राजनीतिक सफर
आरएनई, स्टेट ब्यूरो।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सीएम बनने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव अटारी पहुंचे तो इतने भावुक हो गए कि चप्पल उतार दी। पूरे गांव की पैदल ही नंगे पांव परिक्रमा की। बोले, जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।
सीएम भजनलाल ने एक्स पर लिखा, आज राजस्थान प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के पश्चात प्रथम बार अपने पैतृक गांव अटारी जाकर नंगे पांव गांव की परिक्रमा की । मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत इसी अटारी ग्राम के सरपंच के रुप में हुई जहां सर्वश्रेष्ठ राजस्थान के निर्माण हेतु संकल्प ठाना गया था। यह वही ग्राम है जहां अंत्योदय की लक्ष्य प्राप्ति का स्वप्न देखा गया था। भजनलाल ने अपने गांववालों के लिए कहा, ये वही ग्रामवासी है जिनके आशीष के कारण आज मुझे राजस्थानवासियों की सतत सेवा करने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ।
पूरा गांव स्वागत में उमड़ा:
गांव का बेटा सीएम बनकर आया तो पूरा गांव स्वागत में उमड़ पड़ा। परिजन की तरह गांववालों से मिलते भजनलाल पर फूलों की बारिश के साथ आशीर्वाद की बौछार भी होती रही। जयकारे, नारे लगते रहे। खुद भजनलाल बोले, आप सभी सम्मानित ग्रामीणों द्वारा किए आत्मीय स्वागत को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता! जब शब्द कम पड़ें तो भावनाएं अंतर्मन को चित्रित कर देती हैं। एक-एक परिवारजन का हृदय से आभार, धन्यवाद, अभिनंदन।
बांके बिहारी जी मन्दिर में धोक लगाई :
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भरतपुर संभाग दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को भरतपुर किले में स्थित बांके बिहारी जी मन्दिर में दर्शन किए।
धर्मपत्नी गीता शर्मा के साथ दर्शन कर विधिवत पूजा-अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली, सुख-समृद्धि व उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की। उन्होंने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से आत्मीयतापूर्वक संवाद भी किया।
इस दौरान मंदिर के पुजारी ने मुख्यमंत्री को शॉल व श्रीफल भेंट कर उनका अभिनंदन किया। इस दौरान गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, विधायक जगत सिंह, शैलेश सिंह, संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश, भरतपुर जिला कलक्टर लोकबंधु सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।