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एक्टिव मोड पर गृहमन्त्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राजनाथ सिंह ने सुनाई हनुमान जी की चौपाई, तो शाह की भाषा सख्त

RNE Network.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद सबसे अधिक सक्रिय हैं पीएम मोदी के दो मंत्री। ये मंत्री हैं गृहमन्त्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह। इन दोनों मंत्रियों को अलग अलग मोर्चों पर एक साथ काम करना पड़ रहा है।


दोनों मंत्रियों का काम करने का तरीका भले ही एक जैसा व चीतों की तरह है। मगर दोनों की भाषा में बड़ा अंतर है। गृह मंत्री अमित शाह के तेवर तल्ख है और चेहरे पर पहलगाम आतंकी हमले के बाद से अब तक गुस्सा है। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के चेहरे पर सदा की तरह हल्की मुस्कान है और बयान में सदा की तरह वे धार्मिक चौपाइयों का उपयोग कर अपने गुस्से को उसके नीचे दबा रहे हैं।

गृहमन्त्री अमित शाह के ये तेवर है:

शाह ने कल 9 राज्यों के मुख्य सचिवों से बात की तो उनके निर्देश चेतावनी वाले लहजे के बहुत ही सख्त थे। जिनसे लगता था कि वे इस मामले में कोई सुस्ती या लापरवाही नहीं चाहते।

शाह ने पाकिस्तान और नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश, लद्दाख, जम्मू कश्मीर सहित 9 राज्यों के मुख्य सचिवों से बात की। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और अन्य मीडिया प्लेटफार्म्स पर राष्ट्र विरोधी प्रचार करने वालों पर तुरंत सख्त कार्यवाई करें। जनता में अनावश्यक भय फैलने से रोकें।

राजनाथ सिंह का अपना अंदाज:

ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बहुत ही शालीन तरीके से अपने धार्मिक भाव के साथ प्रतिक्रिया दी। प्रतिक्रिया में दार्शनिक भाव ही अधिक था।
रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि हमने हनुमान जी के उस आदर्श का पालन किया , जो उन्होंने अशोक वाटिका उजाड़ते हुए निभाया था। ‘ जिन्ह मोहि मारा, ते मैं मारे …’ हमने केवल उन्हीं को मारा, जिन्होंने हमारे मासूमों को मारा। हमारी सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिये पहले की तरह इस बार भी आतंकियों को ट्रेनिंग देने वाले कैम्प को तबाह करके करारा जवाब दिया है।