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सैकड़ों वर्ष पुरानी परम्परा ‘सावा’ संस्कृति पर गर्व:- अंशुमान सिंह

आरएनई,बीकानेर। 

शहर परकोटे में 18 फरवरी को होने वाले पुष्करणा सावा (ऑलम्पिक शादियां) का आज रमक झमक की ओर सावा 2024 सावा प्रतीक चिन्ह (Logo) जारी किया गया। logo का लोकार्पण कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी, रमक झमक अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरुं’, सुशील कुमार किराड़ू, विष्णुदत्त पुरोहित एवं प्रतीक चिन्ह (logo) के चित्रकार योगेंद्र पुरोहित ने किया।

इस अवसर पर अंशुमान सिंह भाटी ने कहा कि प्रति दो वर्ष में होने वाले इस पौराणिक सावा का विश्व पटल पर नाम है, इसे देखने के लिए देश भर से बड़ी संख्या लोग बीकानेर आते है। भाटी ने कहा कि जहां पाश्चात्य संस्कृति का तेजी से प्रभाव सब ओर पड़ रहा है वहीं बीकानेर शहर में सैकड़ो वर्ष पुरानी परम्परा आज भी कायम है, यह गर्व की बात है।भाटी ने कहा है कि पुष्करणा सावा संस्कृति का महत्व युवाओं को अच्छे तरीके से समझाने व आम लागों को भी जोड़ने तथा व्यापक प्रचार प्रसार करने के लिये रमक झमक प्रयास सराहनीय है ।

रमक झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरुं’ ने कहा कि इस बार सावा मुहूर्त भवानी शंकर और भवानी के नाम से तय हुआ है इसलिये पुष्करणा सावा 2024 सावा प्रतीक चिन्ह logo इस नाम का बनाया गया है। ओझा ने बताया कि 18 फरवरी को होने वाली सभी वर-वधु की कुंकुम पत्रिकाओं में यही नाम व logo होगा । ओझा ने बताया कि यह लोगो कन्या विवाह लग्न में भी छपेगा जो रमक झमक संस्था के मंच पर निशुल्क उपलब्ध होगा।

लोकार्पण के अवसर पर प्रेम रतन छंगाणी, नागू भा पुरोहित (डेहरु माता सेवादार), विष्णु दत्त पुरोहित ,बद्रीदास जोशी, भुरमल सोनी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। लोकार्पण से पूर्व राधेकृष्ण ओझा ने भाटी को ओपरणा स्मृति चिन्ह व श्रीफल देकर स्वागत किया जबकि नवीन बोड़ा ने साफा बांधा । राजेश कुमार ने आभार प्रकट किया।