Skip to main content

आरसीए के नए अध्यक्ष बने धनंजय सिंह : नागौर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और चिकित्सा मंत्री गजेंद्रसिंह के बेटे हैं धनंजय

आरएनई नेटवर्क।

धनंजय सिंह खींवसर धनंजय सिंह खींवसर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्होंने वैभव गहलोत का स्थान लिया जिन्होंने कुछ दिन पहले इस्तीफा दिया था। अध्यक्ष बनने के साथ ही खींवसर ने राजस्थान क्रिकेट के लिए ‘नए सूर्योदय की शुरुआत करने का संकल्प लिया।’ धनंजय सिंह राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह के बेटे हैं।

इससेपहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत आरसीए के अध्यक्ष थे। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देते हुए आरोप लगाया कि राज्य की नई भाजपा सरकार ने आरसीए के खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण इरादे से’ कार्रवाई की।

खींवसर इससे पहले नागौर जिला क्रिकेट संघ के प्रमुख थे। शनिवार को आरसीए अध्यक्ष पद संभालते हुए धनंजय सिंह ने कहा ‘हम सभी मिलकर राजस्थान में क्रिकेट के नए सूर्योदय के लिए समर्पण भाव से काम करेंगे।’
इंस्टाग्राम पर नए आरसीए प्रमुख ने लिखा ‘सभी जिला क्रिकेट संघों और राजस्थान में क्रिकेट को एक नई दिशा देने के लिए लगातार काम कर रहे सभी लोगों के सहयोग से मुझे पूरा विश्वास है कि हम निश्चित रूप से राजस्थान क्रिकेट के ऊर्जावान और खुशहाल भविष्य में एक नया अध्याय लिखेंगे।’

RCA अध्यक्ष बने धनंजय का स्वागत :

राजस्थान क्रिकेट एसोसियन के कार्यकारी अध्यक्ष धनंजय सिंह  खिमसर के बनने पर सामाजिक संस्थानों के पदाधिकारियों ने उनके आवास पर जाकर बधाई दी तथा लंबा विचार विमर्श किया। आखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज बिश्नोई, मित्र भारत समाज संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री पवन पारीक, विप्र फाउंडेशन के प्रदेश महामंत्री अजय पारीक, समाजसेवी विजय अग्रवाल जोधपुर ने खेल नीति के सुधार पर चर्चा की। इस अवसर पर राजस्थान क्रिकेट संघ के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष धनंजय सिंह ख़ीमसर ने कहा कि युवा प्रतिभाओं के लिए ये मंच प्रतिभाओं के तराशने के लिए उपयुक्त मंच होगा। खिलाड़ियों की पहचान के साथ उपयुक्त प्रशिक्षण, ज़िला स्तरीय खेल संघ एवं संस्थाओं से समन्वय, चिन्हित खेलों को बढ़ावा, शिक्षा एवं खेलों में सामन्जस्य जैसी अनेकों विषयों पर सकारात्मक कार्य किया जाएगा। इस कार्यक्रम लिए सामाजिक संस्थाओं की अहम भूमिका रहेगी।