कांग्रेस हुई हमलावर, कहा- संस्थाओं की बर्बादी को नहीं रोका तो लोकतंत्र पर तानाशाही का कब्जा हो जाएगा
आरएनई,नेशनल ब्यूरो।
कांग्रेस ने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे को भारतीय लोकतंत्र के लिए चिंताजनक बताया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने इस घटनाक्रम के बारे में स्पष्टीकरण दिए जाने की बात कही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि अगर संस्थाओं की बर्बादी को नहीं रोका गया तो लोकतंत्र पर तानाशाही का कब्जा हो जाएगा।‘लोकतंत्र पर कब्जा कर लिया जाएगा’
खरगे सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि “भारत में अब केवल एक चुनाव आयुक्त है, जबकि कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनावों की घोषणा होनी है। क्यों?” कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि “जैसा कि मैंने पहले कहा है, यदि हम अपने स्वतंत्र संस्थाओं की सुनियोजित बर्बादी को नहीं रोकते हैं, तो तानाशाही द्वारा हमारे लोकतंत्र पर कब्ज़ा कर लिया जाएगा।”कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि निर्वाचन आयोग अब ध्वस्त होने वाली आखिर की संवैधानिक संस्थाओं में से एक होगी। खरगे ने कहा कि “मोदी सरकार को इन सवालों का जवाब देना चाहिए और उचित स्पष्टीकरण देना चाहिए।लोकतंत्र की सेहत के लिए चिंताजनक
वहीं कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने भी कहा कि निर्वाचन आयोग के कामकाज में पारदर्शिता सुनिश्चित की जानी चाहिए। वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि ‘‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सेहत के लिए यह बेहद चिंताजनक बात है कि चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने लोकसभा चुनाव के ठीक पहले इस्तीफा दे दिया है। निर्वाचन आयोग जैसी संवैधानिक संस्था कैसे काम कर रही है? इसमें बिल्कुल भी पारदर्शिता नहीं है।