13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 26 अप्रैल को 28,758 बूथों पर मतदान
लोकसभा आम चुनाव-2024,
- 1.72 लाख से अधिक कर्मचारी सम्पन्न कराएंगे मतदान—
- राजस्थान पुलिस, होम गार्ड, आरएसी एवं सीएपीएफ के 82 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात—
- 2.80 करोड़ मतदाता 152 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे
आरएनई,नेशनल ब्यूरो।
राजस्थान में लोकसभा आम चुनाव-2024 के तहत द्वितीय चरण में टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, उदयपुर, बासंवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 26 अप्रैल को मतदान होगा। इन 13 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण गुप्ता ने बताया कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इन क्षेत्रों में 1.72 लाख से अधिक मतदान कर्मी मतदान सम्पन्न कराएंगे। शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए कुल 82,487 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें राजस्थान पुलिस के कार्मिकों के साथ-साथ, होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवान तैनात किए गए हैं। केंद्रीय पुलिस बलों की 175 कंपनियां भी मतदान के दौरान कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा में सहयोग करेंगी। गुप्ता ने बताया कि इन कंपनियों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है। मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में फ्लाइंग स्क्वॉड, एसएसटी दल तैनात रहेंगे। चुनाव खर्च के लिहाज से संवेदनशील मतदान केंद्रों में अतिरिक्त निगरानी टीमें तैनात की जाएंगी।
2.80 करोड़ मतदाता, 152 प्रत्याशी:
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इन लोकसभा क्षेत्रों में कुल 2,80,78,399 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें से 26,837 सर्विस वोटर हैं। इन क्षेत्रों में 1,44,48,966 पुरुष, 1,36,02,272 महिला और 324 थर्ड जेंडर मतदाता पंजीकृत हैं। 18-19 वर्ष आयु के 8,66,325 नव मतदाता पंजीकृत हैं। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 3,22,829 और 85 वर्ष से अधिक आयु के 3,01,742 मतदाता हैं। पाली में सर्वाधिक 23,48,274 मतदाता पंजीकृत हैं। अजमेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम 19,99,399 मतदाता पंजीकृत हैं। इन 13 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 152 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। इनमें 145 पुरूष और 7 महिलाएं हैं। सर्वाधिक 18 प्रत्य़ाशी चित्तौड़गढ़ और सबसे कम 7 प्रत्य़ाशी झालावाड़-बारां लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में है।
14,460 मतदान केंद्रों की लाइव वेबकास्टिंग:
श्री गुप्ता ने बताया कि कुल 28,758 मतदान केंद्रों में से चयनित 14,460 बूथों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। कंट्रोल रूम के माध्यम से इन बूथों पर निगरानी रखी जाएगी। मतदान कार्य में कुल 34,931 बैलेट यूनिट, 34,931 कंट्रोल यूनिट और 37,329 वीवीपैट मशीनें (रिजर्व सहित) उपयोग में ली जाएंगी।
1,768 विशेष मतदान केंद्र:
श्री गुप्ता ने बताया कि द्वितीय चरण में 28,758 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा। इसमें 4,778 शहरी, 23,327 ग्रामीण सहित 653 सहायक मतदान केंद्र शामिल हैं। मतदान प्रोत्साहन के लिए 1,768 विशेष मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इनमें से महिलाओं और युवाओं द्वारा 832-832 तथा 104 मतदान केंद्र दिव्यांग कार्मिकों द्वारा संचालित किए जाएंगे।
3,000 सेक्टर ऑफिसर की ड्यूटी:
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए 3,000 सेक्टर ऑफिसर तैनात किए गए हैं। यह अधिकारी मतदान दलों के साथ सतत समन्वय बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे। ईवीएम में तकनीकी खराबी के त्वरित निराकरण के लिए बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेंगे, जो सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केंद्रों पर पहुंचेंगे।
मतदान केंद्रों पर पेयजल, छाया, व्हीलचेयर की सुविधा:
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रैम्प, पीने के पानी, छाया, व्हीलचेयर और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए वाहन सहित अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। साथ ही, मतदाताओं की सहायता के लिए हर मतदान केंद्र पर वॉलंटियर्स भी तैनात किए गए हैं।
सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए कम्यूनिकेशन टीम:
श्री गुप्ता ने बताया कि मतदान के दिन सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान के लिए राज्य और जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन टीम बनाई गई है। इस टीम में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी मतदान केंद्रों तक मतदान दलों के पहुंचने की जानकारी, मॉक पोल होने की जानकारी, उसके बाद मतदान शुरू होने, मतदान का प्रतिशत जैसी जानकारियां मतदान केंद्रों पर नियुक्त कर्मचारियों से चर्चा कर संकलित करेंगे।
24 हजार से अधिक वाहन अधिग्रहित:
दूसरे चरण में मतदान वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित जिलों में लगभग 24,426 हजार छोटे-बड़े वाहनों का अधिग्रहण किया गया है। मतदान दल, सुरक्षाकर्मी, ईवीएम मशीन तथा सेक्टर ऑफिसर के आने-जाने में सुगमता के लिए इन वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है।