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राजनीतिक कमाल : हरियाणा के तीनों लाल की पीढ़ियों ने चुनाव हारा

  • बंसीलाल, देवीलाल व भजनलाल की बात, पुराने किले ढहे

RNE, NETWORK.

‘ हरियाणा के तीन लाल, देवीलाल, बंशीलाल, भजनलाल ‘ का नारा 6 दशक से हरियाणा और देश की राजनीति में गूंज रहा है। कोई चुनाव इस नारे से अछूता नहीं रहता। इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी इसका बड़ा बोलबाला था। क्योंकि तीनों की पीढियां चुनाव के अखाड़े में उतरी हुई थी। हार भी मिली, कुछ जीत भी। अब इन तीनों लालों की चर्चा ज्यादा तेज हो गई है।

इस तिकड़ी के एक लाल भजनलाल है। उनकी सीट आदमपुर है। जहां से इस बार उनके पोते भव्य विश्नोई चुनाव लड़े। जो कुलदीप विश्नोई के बेटे हैं। 50 साल से इस सीट पर एक लाल भजनलाल का कब्जा था, मगर इस बार लाल के पोते भव्य चुनाव हार गये। यहां से भजनलाल व कुलदीप व उनकी मां विधायक रहे हैं। ये इस लाल के परिवार को बड़ा झटका था। वहीं भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन कांग्रेस के टिकट पर पंचकूला सीट जीत गए हैं। उन्होंने निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष को चुनाव हराया।

अब दूसरे लाल, बंसीलाल की बात। इनकी परंपरागत सीट भिवानी की तोशाम है। जहां इस बार इनके पोते पोती ही आमने – सामने हो गये। कांग्रेस ने पोते अनिरुद्ध चौधरी को व भाजपा ने पोती श्रुति चौधरी को टिकट दिया। बंसीलाल का पोता अनिरुद्ध यहां से चुनाव हार गया।

अब बात तीसरे बड़े लाल देवीलाल की। इनके पोते अभय सिंह चौटाला ऐलनाबाद सीट से जीतते रहे हैं और ये सीट इस लाल के परिवार की परंपरागत सीट है, मगर इस बार यहां से भी अभय सिंह कांग्रेस उम्मीदवार से चुनाव हार गये। डबवाली से इस लाल के पड़पोते आदित्य चुनाव जीत गये। देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह अपने ही पोते से चुनाव हार गये। इसी परिवार के देवीलाल के पड़पोते दुष्यंत चौटाला भी उचाना सीट से हार गए। ये सीट इस लाल के परिवार की परंपरागत सीट है मगर दुष्यंत यहां पांचवें स्थान पर रहे।