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खराब बीज खाद : गुजरात, हिमाचल, हरियाणा, राजस्थान की कई कंपनियों के बीज-खाद की बिक्री रोकी

  • कृषि विभाग-गुण नियंत्रण अभियान खरीफ-2024
  •  203 में से 11 नमूने पाए गए अमानक

RNE, BIKANER. 

बीकानेर मंे किसानों को अमानक बीज, खाद बेचने का मामला सामने आया है। कृषि विभाग की जांच में 11 कंपनियों के उत्पाद अमानक पाये गए हैं। इनमें गुजरात, हिमाचल, हरियाणा, राजस्थान आदि प्रदेशों की कंपनियां शामिल है। इन सभी को नोटिस दिया गया है। इसके साथ ही खराब बीज, खाद की बिक्री पर रोक लगाई गई है।

11 नमूने फेल, इनमें 06 बीज और 05 खाद के नमूने:

दरअसल कृषि विभाग ने 15 मई से 15 जुलाई तक ‘गुण नियंत्रण अभियान’ चलाया। विभाग के संयुक्त निदेशक कैलाश चौधरी ने बताया कि इस दौरान उर्वरक, बीज व कीटनाशी के कुल 203 नमूने लिए गए। इन्हें परीक्षण के लिए राजकीय परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया। इनमें से बीज के 6 तथा उर्वरक के 5 नमूने अमानक पाए गए।

इन कंपनियों के बीज खराब : 

बीज उत्पादन कंपनी करन एग्री जेनेटिक प्रा.लि. जूनागढ़, बालाजी एग्रो इण्डिट्रीज सीकर, निजूविदू सीड्स कंपनी, गोकुल सीडटेक जूनागढ, महिको प्रा.लि., धनवान सीड्स, जूनागढ़, गुजरात के बीज नमूने अमानक पाए गए।

इन कंपनियों के खाद अमानक : 

बायो-टेक प्राइवेट लिमिटेड, उना, हिमाचल प्रदेश, इंडो-स्वीस केमीकल लिमिटेड, चंडीगढ, हिमबायो एग्रो, हिम्मतनगर, गुजरात, क्रॉपश्योर इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, बासी, सहजाबरदरन, बीकानेर, क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन लिमिटेड, सोनीपत, हरियाणा, रामा फॉस्फेट लिमिटेड, उदयपुर के उर्वरक नमूने अमानक पाए गए।

ये कार्रवाई : 

संयुक्त निदेशक कैलाश चौधरी ने बताया कि संबंधित विपणन/निर्माता को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही बिक्री पर आगामी आदेशों तक रोक लगा दी गई है। डीलर्स एवं विनिर्माता कंपनियों के जिम्मेदार व्यक्तियों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 एवं उर्वरक नियंत्रण आदेश-1985 एवं बीज नियंत्रण आदेश-1983 के तहत वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।