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NMC ने माना : नागौर, सवाई माधोपुर, बारां, बांसवाड़ा, झुंझुनूं मेडिकल कॉलेज मानदंड के अनुरूप नहीं

  • Rajasthan सरकार का प्रयास, इसी वर्ष एडमिशन शुरू हो, अपील करेगी सरकार

RNE Network, jaipur.

एक ओर जहां NEET को लेकर अप्रिय स्थितियां बन रही है वहीं काउंसिलिंग शुरू होते ही एडमिशन को लेकर स्टूडेंट में उत्सुकता बनी हुई है। खासतौर पर हर कोई सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन चाहता है। इन सबके बीच एक बुरी खबर यह आई है कि नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के मेडिकल असेसमेंट एण्ड रेंटिग बोर्ड ने राजस्थान के पांच नए मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन की मंजूरी नहीं दी है। बोर्ड ने इन कॉलेजों में उपलब्ध संसाधनों को मेडिकल एज्युकेशन के लिए उपयुक्त नहीं माना है।

इन कॉलेजों पर NMC की आपत्ति :

राजस्थान की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि प्रदेश के 5 जिलों नागौर, सवाई माधोपुर, बारां, बांसवाड़ा एवं झुंझुनूं में स्थापित किए जा रहे नए मेडिकल कॉलेजों में इस वर्ष से शैक्षणिक सत्र शुरू करने के लिए आवेदन किया गया था। मेडिकल असेसमेंट एण्ड रेंटिग बोर्ड (MARB) ने राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (NMC) के मापदण्डों के अनुरूप सुविधाएं नहीं होने के कारण इन मेडिकल कॉलेजों के प्रस्ताव फिलहाल अस्वीकृत किए हैं।

अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह

चुनाव के कारण रह गई खामियां, अब अपील होगी :

अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि इन मेडिकल कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र शुरू करने के लिए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग में अपील की जाएगी। साथ ही, इन मेडिकल कॉलेजों में रही कमियों को शीघ्रता के साथ दूर करने के लिए पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते इन मेडिकल कॉलेजों में आवश्यक मानक पूर्ण करने में विलम्ब हुआ, लेकिन उच्च प्रशासनिक स्तर पर कमियां दूर करने के प्रयास प्रक्रियाधीन हैं।

सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से संपर्क साधा :

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि यह स्थिति केवल राजस्थान के मेडिकल कॉलेजों को लेकर ही नहीं है, बल्कि देशभर में नए मेडिकल कॉलेजों में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के अनुसार मापदण्ड पूरा करने को लेकर ऐसी ही स्थिति सामने आई है। राज्य सरकार प्रदेश के नए मेडिकल कॉलेजों को लेकर लगातार राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के सम्पर्क में है तथा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से भी शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ करने के संबंध में आग्रह किया गया है।

113 मेडिकल कॉलेजों की सूची पर भ्रांति, NMC ने दिया स्पष्टीकरण :

इन सबके बीच NMC ने देश के 113 मेडिकल कॉलेजों की सूची को लेकर फैली भ्रांति और फेक न्यूज़ का खंडन किया है। दरअसल एनएमसी ने उन कॉलेजों को सूची अपलोड की थी जिन्होंने इस वर्ष यूजी में एडमिशन की परमिशन मांगी थी। कई समाचार पत्रों और चेनल्स में इस सूची के आधार पर यह खबर प्रसारित हो गई कि इन कॉलेजों में एडमिशन होगा।

वास्तविकता यह है :

वास्तविकता यह है कि NMC ने महज लिस्ट अपलोड की थी। इसमें कहीं भी मान्यता देने या नहीं देने का हवाला नहीं था। इस बारे में कॉलेजों को अलग से सूचना दी गई। मसलन, राजस्थान के पांच सरकारी कॉलेजों के नाम इस लिस्ट में हैं लेकिन मान्यता नहीं दिये जाने की सूचना सीधे कॉलेजों को दी गई। इसका जिक्र ACS शुभ्रा सिंह ने अपने बयान में किया है।

राजस्थान के ये कॉलेज भी लिस्ट में :

NMC की ओर से अपलोड 113 मेडिकल कॉलेजों की लिस्ट में राजस्थान के छह प्राइवेट मेडिकल कॉलेज भी शामिल हैं। इनमें सुधा मेडिकल कॉलेज, कोटा, सुरेन्द्र मेडिकल कॉलेज श्रीगंगानगर, व्यास मेडिकल कॉलेज झालामंड, जेआईईटी मेडिकल कॉलेज जोधपुर, गीतांजली भांकरोटा जयपुर के नाम शामिल हैं।