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Bikaner : डीपीसी-काउंसलिंग की मांग पर 11 दिन से धरना, भाजपा नेता रविशेखर से मिले कर्मचारी नेता

RNE Bikaner.

डीपीसी-काउंसलिंग की मांग पर 11 दिन से शिक्षा निदेशालय पर धरना देकर बैठे मंत्रालयिक कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि मांगें नहीं मानी गई तो 18 नवंबर से आंदोलन का अगला चरण शुरू करेंगे।

शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ, राजस्थान बीकानेर के प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य और प्रदेश संस्थापक मदन मोहन व्यास के नेतृत्व में मंत्रालयिक संवर्ग की डीपीसी (विभागीय पदोन्नति समिति) और पदस्थापन के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग की मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना आज दिनांक ग्यारहवें दिन भी जारी रहा। गुरुवार को धरने के दौरान, कर्मचारी नेताओं ने सांसद सेवा केंद्र जाकर भाजपा नेता रविशेखर मेघवाल को अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा।

संघ की प्रमुख मांगें :

डीपीसी की पुनः समीक्षा : डीपीसी को 01.04.2017 (वर्ष 2017-18) से मूल रिव्यु पदों के अनुसार पुनः आयोजित किया जाए। इसी तरह 01.04.2023 से केडर रिव्यु के अनुरूप संशोधित पदों के आधार पर 2023-24 की डीपीसी भी पुनः की जाए।

वरिष्ठता का सम्मान : 1986 में चयनित वरिष्ठ कार्मिकों को पदोन्नति में प्राथमिकता दी जाए और कनिष्ठ कार्मिकों की अनियमित पदोन्नतियों की जांच कर उन्हें वरिष्ठता क्रम में सही स्थान दिया जाए।

पंचायत राज विभाग एवं दिव्यांगजन प्रकरण : पंचायत राज विभाग से आए कार्मिकों और दिव्यांगजनों के प्रकरणों को हल करते हुए उनकी डीपीसी भी की जाए ताकि वे पदोन्नति के लाभ से वंचित न रहें।

नियमित डीपीसी : वर्ष 2024-25 की डीपीसी आयोजित करने से पहले समस्त रिव्यु डीपीसी पूरी की जाए।

ऑनलाइन काउंसलिंग : पदस्थापन के लिए शत-प्रतिशत पदों को प्रदर्शित कर ऑनलाइन काउंसलिंग की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए।

चेतावनी : 

आचार्य ने बताया कि 11 दिन से दिए जा रहे धरने के बावजूद शासन द्वारा मांगें नहीं मानी जा रही हैं। इस वजह से एक अल्टीमेटम दिया गया है कि 18.11.2024 (सोमवार) तक मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में आंदोलन का अगला चरण घोषित किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार और शिक्षा प्रशासन की होगी।

ये रहे धरने में शामिल :

मदन मोहन व्यास, कमलनारायण आचार्य, राजेश व्यास, नवरतन जोशी, लीलाधर आसोपा, राजकुमार सेवग, पुनीत जोशी, उमेश आचार्य, गुलजार भाटी, ज्योति, रूप कुमार शर्मा, कविता, मनोज श्रीमाली, मोहित मीणा, शिवानी खत्री, सरिता कस्वां, प्रज्ञा व्यास, परमेन्द्र कुमार त्रिवेदी, मनमोहन गहलोत, प्रशान्त कड़वासरा, मनीष शर्मा, विजय कुमार, प्रशान्त पंवार आदि।