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Bikaner : “दूध का दूध, पानी का पानी” अभियान में जांचे 26 में से 22 सैंपल फेल

  • दूध में ग्लूकोज, स्ट्रेच,साल्ट,पावडर और पानी की अत्यधिक मात्रा में मिलावट

RNE Bikaner.

उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, बीकानेर(उरमूल डेयरी) द्वारा दूध का दूध-पानी का पानी-शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक के आगे स्थित सरस बूथ संख्या-15 पर शिविर आयोजित कर स्थानीय उपभोक्ताओं द्वारा लाए गए दूध के सैम्पल्स की निःशुल्क जांच की गई। इस दौरान फैल हुए सैम्पल्स में ग्लूकोज, स्ट्रेच,साल्ट,पावडर और पानी की अत्यधिक मात्रा में मिलावट पाई गई। अभियान प्रभारी शुभम गुलाटी ने बताया कि कुल 26 सैम्पल आए, जिसमें से 22 सैम्पल फैल और केवल 04 सैम्पल पास हुए। बूथ संचालक विक्रमसिंह राजपूत ने भी जांच शिविर में सहयोग किया।

उरमूल डेयरी की एक टीम जिसमें हनुमान सियाग, आदित्य ओझा मनीष रँगा आदि जांच शिविर लगने के पूर्व डोर टू डोर पैम्पलेट वितरण कर उपभोक्ताओं को जागरूक करती है। उरमूल डेयरी के प्रबन्ध निदेशक बाबूलाल बिश्नोई ने बताया कि अधिकतर दूध बेचने वाले कृत्रिम,मिलावटी दूध एवं प्लास्टीक की केन में दूध लेकर आते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती है।समय अन्तराल में उसके दुष्परिणाम सामने आते हैं।

उरमूल डेयरी नकली और मिलावटी दूध की निःशुल्क जांच के लिए सम्पूर्ण जिले में आगामी 17 फरवरी अभियान को जारी रखेगी,आम उपभोक्ता घर से निकल कर निःशुल्क जांच करवाए और स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। साथ ही डेयरी की ओर से सरस दूध का 200मिली दूध का पाउच,पैन और नये साल का कलेण्डर मुफ्त में उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाया जा रहा है।

अगला शिविर सोमवार को सर्वोदय बस्ती-पीएचसी के पास, बूथ संख्या-1223 पर लगेगा।

आज के अभियान पर स्थानीय उपभोक्ताओं श्रीमती किरण वशिष्ठ,श्रीमती अवनी गुप्ता,अनन्य माथुर, नितिन खण्डेलवाल आदि ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उरमूल डेयरी का यह जांच अभियान प्रशंसा योग्य है। उन्होंने सरकार या उरमूल डेयरी द्वारा सतत चलाए जाने, मिलावट खोरों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने और सरस दूध की होम डिलीवरी सुविधा उपलब्ध करवाई जाने की मांग की।