Bikaner : नागणेचीजी क्षेत्र के गंदे नाले की समस्या पर नाराजगी मुखर
RNE Bikaner.
विधानसभा क्षेत्र बीकानेर पूर्व में नागणेचीजी मंदिर के पास में गंदे पानी के नाले की समस्या से परेशान सुदर्शना नगर, करणी नगर, मरुधर कॉलोनी, पवन पुरी, शास्त्री नगर एवं डुप्लेक्स कॉलोनी के निवासी गणों तथा गणमान्य समाज के लोगों द्वारा एक सामूहिक बैठक नागणेची मंदिर के पास स्थित गार्डन में आहूत की गई।
बैठक में शास्त्री नगर से होते हुए नागणेची मंदिर के आगे से निकलने वाले गंदे पानी के नाले को पूर्ण रूप से बंद करवाने के लिए केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री श्री अर्जुन राम जी मेघवाल को समस्या से रूबरू करवाने के लिए एक ज्ञापन दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
दिनांक 22 जनवरी को गुफा मंदिर में प्रभु श्री राम जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद समस्त निवासियों द्वारा मंत्री महोदय को ज्ञापन सौंप कर गंदे नाले की समस्या से निजात दिलाने के लिए निवेदन किया जाएगा।
बैठक में करीब 150 से 200 के लगभग क्षेत्र के निवासियों ने भाग लिया जिसमें प्रमुख रूप से बैठक के संयोजक श्री नरेंद्र शर्मा,कर्मचारी नेता श्री विजय सिंह राठौड़, बनवारी शर्मा, जितेंद्र नैयर, अमन वर्मा, सोमेश शर्मा, सुभाष मोदी, मोहनलाल लोहिया, राजीव मित्तल, मनोज शर्मा, मानसिंह के अलावा मातृ शक्तियों में श्री किरण खत्री, दीपा गांधी, किरण मंगल, प्रतिभा सिसोदिया एवं सरोज चौधरी भी उपस्थित रही।
कर्मचारी नेता श्री विजय सिंह राठौड़ ने कहा कि बीकानेर की प्रतिष्ठित कॉलोनी के बीच में यह गंदा नाला एक नासूर है जिसके कारण वहां पर गंदगी के साथ-साथ विषाक्त गैसों का उत्सर्जन भी होता है जो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के लिए उत्तरदायी है।
संयोजक श्री नरेंद्र शर्मा ने कहा की नाले की गंदगी से इतना अधिक प्रदूषण होता है कि रात्रि समय में घरों में सो पाना भी मुश्किल हो जाता है।
कर्मचारी नेता बनवारी शर्मा, जितेंद्र नैयर एवं अमन वर्मा ने कहा कि इस खुले नाले के कारण कई बार आवारा पशु तथा गोवंश भी खुले नाले में गिर जाते हैं। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिक जनों एवं बुजुर्गों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
बैठक की अध्यक्षता श्री पवन देवानी ने की जिन्होंने सभी को संगठित होकर इस समस्या के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया। इस समस्या से निजात पाने के लिए एक संघर्ष समिति भी बनाई जानी चाहिए ऐसा प्रस्ताव रखा गया है।
अंत में सभी का आभार श्री विजय सिंह राठौड़ और श्री नरेंद्र शर्मा के द्वारा किया गया।