BIKANER : कश्मीर में जवान रामस्वरूप की गोली लगने से मौत के तीन दिन बाद भी परिजनों ने नहीं लिया शव
- हाइवे पर धरना जाम, हनुमान बेनीवाल ने रक्षामंत्री को चिट्ठी लिखी
RNE, BIKANER.
कश्मीर के अनंतनाग में तैनात बीकानेर जिले के जवान रामस्वरूप कस्वां की गोली लगने से मौत के बाद शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जवान का शव अभी तक नहीं लिया गया है वह मिलिट्री हॉस्पिटल में है। जवान रामस्वरूप के परिजनों के साथ ही जिलेभर से किसान सड़क पर उतर रहे हैं।
गांव से शहर तक धरना लगा रहे हैं। बीकानेर शहर में कैप्टन चंद्र चौधरी सर्किल पर धरने के साथ ही हाईवे जाम कर दिया गया है। धरने पर जहां लगातार भीड़ बढ़ रही है वहीं अगुवाओं ने शनिवार को जिलेभर से किसानों को धरने में पहुंचने का आह्वान किया है।कहा है, जवान को सम्मान दिलाने के लिए किसान को सड़क पर आना होगा।
इसके बीच ही घोषणा की गई है कि नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल शनिवार को धरने पर आएंगे। ऐसे में पुलिस-प्रशासन भी अत्यधिक सतर्क हो गया है।
दरअसल कश्मीर में गोली से निधन के बाद रामस्वरूप कस्वा के परिजनों को सूचना मिली कि वह शहीद हो गया। बाद में बताया गया कि उसने आत्महत्या कर ली। ऐसे में परिजनों-परिचितों सहित जवान की मौत पर आये इस बयान से उनके युवा भी आक्रोशित हो गये। आरोप लगाया कि बगैर जांच जवान की मौत को आत्महत्या करना उसकी शहादत का अपमान है।
कश्मीर जैसे संवेदनशील स्थान पर ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले जवान को शहीद का दर्जा दिलवाने लोग सड़क पर उतर आये। इसी कड़ी में बीकानेर में हाइवे पर धरना चल रहा है।