बीकानेर की सोनाली को भुवनेश्वर में मिला देश का सबसे बड़ा युवा साहित्यकार सम्मान!
- युवा पुरस्कार: बीकानेर की सोनाली सुथार सहित देश के 24 युवा साहित्यकारों का भुवनेश्वर में सम्मान
RNE Bhubaneswar-Bikaner.
स्वामी विवेकानंद जयंती और विश्व युवा दिवस के मौके पर बीकानेर के लिये एक अच्छी खबर आई है। यहां की बेटी सोनाली सुथार को देश का सबसे बड़ा युवा साहित्यकार सम्मन मिला है। सोनाली को यह सम्मान भुवनेश्वर में हुए एक समारोह में प्रदान किया गया। सोनाली देश के उन 24 रचनाकारों में चुनी गई जिन्होंने अपनी भाषा में श्रेष्ठ सृजन किया। इस कड़ी में सोनाली को उनके राजस्थानी काव्य संग्रह ‘सुध सोधूं जग आंगणै’ के लिये प्रदान किया गया है। ऐसे में सम्मानित होने वाले देश की 24 भाषाओं के युवा लेखकों में एक बीकानेर की सोनाली सुथार है।
भुवनेश्वर के महाराजा कृष्णचंद्र गजपति ऑडिटोरियम में हुए इस पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने की। अकादमी सचिव के.श्रीनिवास राव ने स्वागत भाषणा दिया। मुख्य अतिथि अंग्रेजी के ख्यातनाम कवि जैरी पिंटो रहे। इस मौके पर अकादमी के वाइस प्रेजिडेंट कुमुद शर्मा ने भी संबोधित किया।
कौन है सोनाली सुथार:
कवि और ब्लॉगर सोनाली सुथार लेखक होने के साथ ही एक बहुभाषी पुस्तक समीक्षक भी है। वे अपने ब्लॉग और चैनल पर देश-दुनिया की ख्यातनाम कृतियों की समीक्षा करती हैं। बीकानेर में बंगलानगर निवासी सोनाली सुथार ख्यातनाम वास्तुविद् आर.के.सुतार की पुत्री और काष्ठकला में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाले शिल्पी सुगनारामजी सुथार की पौत्री है। सोनाली को पुरस्कार मिलने पर बीकानेर में परिचितों-परिजनों के साथ ही साहित्यप्रेमिकयों, सहित्यकारों ने खुशी जताई।
वरिष्ठ साहित्यकार-पत्रकार एवं अकादमी के राजस्थानी परामर्श मंडल के पूर्व संयोजक मधु आचार्य ‘आशावादी‘ लेखक-पत्रकार हरीश बी.शर्मा, नगेन्द्र नारायण किराड़ू, पत्रकार लेखक-अनुराग हर्ष, पत्रकार धीरेन्द्र आचार्य, आशीष पुरोहित, रंगकर्मी सुकांत किराड़ू, शायर इरशाद अजीज आदि ने सोनाली को बधाई दी।