आचार्य श्री महाश्रमण के जन्मोत्सव पर गुरुदेव के जीवन की झांकी प्रस्तुत की
आरएनई,बीकानेर।
साध्वी श्री ललित कला जी व सहवृति साध्वी वृद्ध के सानिध्य में आज तेरापंथ धर्म संघ के एकादशम अधिशास्ता युगप्रधानाचार्य श्री महाश्रमण का जन्मोत्सव का कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम का संचालन हेमलता गौलछा ने किया। महाश्रमणअष्टम से कार्यक्रम की शुरुआत की। तत्पश्चात तेरापंथ महिला मंडल के अध्यक्ष शशि गोलछा ने अपना वक्तव्य दिया व साध्वियों का आभार व्यक्त किया।
सुरेंद्र सेठिया ने बहुत ही सुंदर गितीका प्रस्तुत की। सुशीला देवी गोलछा ने आचार्य की अष्टगणी संपदा पर अपना वक्तव्य दिया तथा समझाया कि गुरुदेव श्री महाश्रमण जी इन सभी संपदाओं के धनी है। महिला मंडल की बहनों ने गीतिका प्रस्तुत की।
उसके बाद साध्वी श्री समृद्धि प्रभा जी साध्वी श्री योग प्रभा जी मंजूला श्री जी ने बहुत ही अच्छी गुरुदेव के जीवन की झांकी प्रस्तुत की। साध्वी श्री ललित कला जी ने अपने उद्बोधन में कहा की आचार्य श्री महाश्रमण अपने जीवन के शुरुआती दिनों से ही बहुत ही अनुशासनशील,कर्मठ व संयमप्रिय है। उनके जीवन की बहुत सारी बातें बताई । मोनिका देवी सेठिया ने धर्मो मंगल मूक्किठम पुस्तक पर एक प्रश्नोत्तरी रखी बहनों ने बहुत ही बढ़-चढ़कर भाग लिया।