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पैनोरमा को फिर से लाया जाएगा मुख्य धारा में : औंकारसिंह लखावत

  • स्वातंत्र्य ग्राम में बनेंगे स्मारक , जिले के गुलर और आलनियावास चिह्नित

RNE, NAGAUR .

हमारा इतिहास हमारी संस्कृति से विलग नहीं है। हमारी पुरातन संस्कृति और उस समय जनमानस के बीच आदर्श रहे लोकपूज्य महापुरूषों का व्यक्तित्व और कृतित्व युवा पीढ़ी के सामने नए रूप में प्रस्तुत किया जाना जरूरी है। इसी उद्धेश्य से प्रदेश में जगह-जगह बनाए गए पैनोरमा को फिर से मुख्य धारा से लाया जाएगा। यह बात राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकारसिंह लखावत ने नागौर में गणमान्यजनों से हुई वार्ता में कही।

प्राधिकरण के अध्यक्ष लखावत शुक्रवार को जिले के पींपासर गांव में जाम्भोजी महाराज के जीवन चरित्र, व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर बनाए गए जाम्भोजी पैनोरमा का निरीक्षण किया। उसके पश्चात लखावत पींपासर से नागौर स्थित अमरसिंह राठौड़ पैनोरमा पहुंचे। यहां उन्होंने स्मारक के विकास को लेकर दिशा-निर्देश दिए। लखावत ने कहा कि राजस्थान में सभी प्राचीन धरोहर और यादगार स्मारकों को विकसित किया जाएगा।

उन्होंने कहा- महापुरुष किसी दल के नहीं होते, पूरे प्रदेश के होते हैं। नागौर के अमरसिंह राठौड़ के जीवन को पीएचडी के शोध विषयों में शामिल किया गया है। स्कूलों व कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को वर्ष में एक बार इन पैनोरमा का भ्रमण करवाना होगा, इसके लिए जिला स्तरीय पर्यटन समिति को निर्देशित किया गया है। अमर सिंह राठौड़ पैनोरमा की टूट-फूट को दुरुस्त करवाया जा रहा है।

1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले सेनानियों के प्रत्येक गांव को स्वातंत्रय ग्राम घोषित करेंगे। प्रत्येक स्वातंत्रय ग्राम में 1 करोड़ रूपए खर्च करके स्मारक बनाए जाएंगे। इसके तहत नागौर में आसोप, गुलर और आलनियावास को चिह्नित किया गया है। इसके अलावा भी कुछ अन्य गांवों को इस योजना से जोड़ा जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में बने महापुरुषों के स्मारक व धरोहर स्थलों को विकसित किया जाएगा।

इसके बाद लखावत ने अमर सिंह राठौड़ पैनारमा स्थल पर पौधारोपण किया और पेड़ पौधों के संरक्षण को लेकर मौजूद कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी।इस दौरान उपखण्ड अधिकारी सुनील कुमार, सहित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

इसके बाद जिला मुख्यालय के निकटवर्ती खरनाल स्थित लोक देवता वीर तेजाजी महाराज के पैनोरमा स्थल पहुंचे, जहां उन्होंने निरीक्षण करने के बाद मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारी व अन्य लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि पैनोरमा के लिए मेंटिनेंस का कार्य शीघ्र ही शुरू करवाया जाएगा। इसके लिए उन्होंने मौके पर ही मूंडवा एसडीएम लाखाराम चौधरी व सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कार्य शीघ्रता से शुरू करवाने एवं प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।

इसके बाद लखावत ने निर्माणाधीन मंदिर का भी अवलोकन किया तथा तेजाजी महाराज के दर्शन करते हुए कहा कि तेजाजी महाराज समेत सभी लोक देवता हमारे लिए पूजनीय हैं। इनकी वजह से हमारी लोक संस्कृति जीवित है। आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से रुबरू करवाने के लिए हमें इन लोक देवी-देवताओं के स्थान का भरपूर विकास करवाना होगा। जिसके लिए प्रदेश सरकार समेत सभी लोग प्रतिबद्ध हैं। जल्द ही प्रदेश सरकार से राशि स्वीकृत करवाकर भी इन स्थानों का विकास करवाने के प्रयास किए जाएंगे।