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DA 03% अतिरिक्त : कैबिनेट ने महंगाई भत्ते की तीन प्रतिशत की अतिरिक्त किस्त को मंजूरी दी

  • 49.18 लाख केंद्र सरकार के कर्मचारियों और 64.89 लाख पेंशनभोगियों को फायदा 

RNE Network.

केंद्र सरकार के कर्मचारियों- पेंशनरों के महंगाई भत्ते (DA) एवं महंगाई राहत (DR) में तीन फीसदी वृद्धि की है। केंद्रीय कैबिनेट ने डीए की दरों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर मुहर लगाई है। इसके साथ ही पहली जुलाई से देय महंगाई भत्ते की दर अब 50 प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो गई है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट की बैठक के बाद हुई प्रेस ब्रीफिंग में यह जानकारी दी है।

सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों को महंगाई भत्ते (डीए) और पेंशनभोगियों को महंगाई राहत (डीआर) की एक अतिरिक्त किस्त को मंजूरी दे दी है। मूल्य वृद्धि 01 जुलाई 2024 की भरपाई के लिए मूल वेतन/पेंशन की 50% की मौजूदा दर से तीन प्रतिशत (3%) की वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है।

यह बढ़ोतरी स्वीकृत फॉर्मूले के मुताबिक है, जो 7वें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों पर आधारित है। डीए और डीआर दोनों के कारण सरकारी खजाने पर संयुक्त प्रभाव प्रति वर्ष 9,448.35 करोड़ रुपये होगा। इससे करीब 49.18 लाख केंद्र सरकार के कर्मचारियों और 64.89 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा। 

कितने मूल वेतन वालों को कितना फायदा :

  • 18000 मूल वेतन है तो हर माह लगभग 540 रुपये बढ़ेंगे।
  • 25000 पर 750 रुपये का फायदा।
  • 35000 पर 1050 रुपये बढ़ेंगे।
  • 45000 पर 1350 रुपये का लाभ।
  • 52000 पर 1560 रुपये की बढ़ोतरी।
  • 70000 पर 2100 रुपये की बढ़ोतरी।
  • 85,500 बेसिक पर 2565 बढ़ेंगे।
  • 01 लाख पर हर माह 3000 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी।

रेलकर्मियों को बोनस के साथ ही बंध गई थी DA की उम्मीद : 

दरअसल तीन अक्टूबर को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई थी। उसमें रेल कर्मचारियों को 78 दिन का बोनस देने की घोषणा की गई। इसके बाद केंद्रीय कर्मचारियों को यह आस बंध गई थी कि 9 अक्तूबर की केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में डीए की घोषणा कर दी जाएगी। ‘कॉन्फेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट एम्प्लाइज एंड वर्कर्स’ के महासचिव एसबी यादव ने 30 सितंबर को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर डीए की दरों में बिना कोई देरी किए वृद्धि करने की मांग की थी।