उनका जनाजा आज शाम 6.30 बजे लालगढ़ रामपुरा बस्ती से बड़ी कब्रिस्तान के लिए रवाना होगा
आरएनई, बीकानेर
बीकानेर उर्दू अदब के बेहतरीन शायर मौलाना अब्दुल वाहिद अशरफी का आज दिन में इंतकाल हो गया। वे पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उर्दू शायर जनाब कासिम बीकानेरी ने बताया कि उनकी पुस्तकें ‘ नख्ल- ए – सहरा ‘ व ‘ मजमूआ – ए – गजल ‘ उर्दू साहित्य में बड़े चर्चित रहे हैं।
उर्दू अदब के इतिहास पर भी उनकी बड़ी पकड़ थी। कासिम ने बताया कि उनका जनाजा आज शाम 6.30 बजे लालगढ़ रामपुरा बस्ती, गली नम्बर 2 ए से बड़ी कब्रिस्तान के लिए रवाना होगा।
अशरफी बीकानेर के कवि सम्मेलनों व मुशायरों की जान थे। उनके निधन पर नागरी भंडार के नंदकिशोर सोलंकी, बुनियाद हुसैन जहीन, गंगाविशन विश्नोई, संजय पुरोहित, सुशील शर्मा आदि ने शोक व्यक्त किया है।