BIKANER : पूर्वमंत्री भाटी ने सीएम को पत्र लिखकर पीएम ई-बस के लिये गोचर जमीन अलॉट करने पर नाराजगी जताई
- नगर निगम को 1.2140 हैक्टेयर भूमि आबंटित, इस जमीन को बचाने लंबा आंदोलन कर चुके देवीसिंह भाटी
- बीकानेर की ऑक्सीजन बैंक है गोचर भूमि, यहां निर्माण की मंजूरी का विरोध
RNE, BIKANER.
बीकानेर नगर निगम को जमीन आबंटन से जुड़े राज्य सरकार के निर्णय पर पूर्व मंत्री एवं कद्दावर भाजपा नेता देवीसिंह भाटी की त्यौंरियां चढ़ गई है। भाटी इससे इतना नाराज हुए हैं कि आबंटन के विरोध में मुख्यमंत्री भजनलाल को चिट्ठी तक लिख डाली है। इस चिट्ठी में चेतावनी दी है कि आबंटन रद्द नहीं किया तो साधु-संतों को साथ लेकर आंदोलन करूंगा। भाटी ने कहा, गोचर भूमि बीकानेर की ऑक्सीजन बैंक है। इस बैंक को खत्म करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पीएम ई-बस सेवा के लिए गोचर में अलॉट कर दी जमीन :
भाटी की ओर से सीएम को लिखे गये पत्र के मुताबिक पीएम ई-बस सेवा योजना में डिपो बनाने के लिये बीकानेर कलेक्टर ने शरह नथानिया की गोचर भूमि में 1.2140 हैक्टेयर जमीन बीकानेर नगर निगम को अलॉट कर दी है। इसके लिये बीकानेर नगर निगम ने प्रस्ताव दिया और उपखंड अधिकारी ने उसकी अनुशंसा कर दी।
इसलिये जमीन अलॉट करने का विरोध :
भाटी का कहना है, सर्वोच्च न्यायालय सहित विभिन्न उच्च न्यायालयों ने गोचर, ओरण की जमीन पर निर्माण नहीं करने को कहा है। यही बाद गुजरात उच्च न्यायालय ने सिविल अपील संख्या 5135 में भी कही है।
12 साल पहले स्वर्ण जयंती सड़क के विरोध में डट गये थे भाटी :
भाटी ने कहा है कि वर्ष 2012 में शरह नथानिया गोचर भूमि में से स्वर्ण जयंती सड़क निर्माण एवं पत्थर मंडी बनाने का काम शुरू किया था। साधु-संतों के साथ मिलकर इसके विरोध में धरना दिया था। इस आंदोलन में जिला प्रशासन से लिखित समझौता हुआ था कि यहां किसी तरह का निर्माण नहीं किया जाएगा।
इसके साथ ही भाटी ने सीएम से आग्रह किया है कि जिला कलेक्टर की ओर से पीएम ई-बस सेवा के लिए आबंटित जमीन को तत्काल निरस्त करवाकर दूसरी जगह अलॉट करवाएं। ऐसा नहीं होने पर साधु-संतों के साथ मिलकर आंदोलन की चेतावनी भी भाटी ने दी है।