राजस्थानी भाषा-साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डाॅ.गजेसिंह को किया जायेगा पुरस्कृत
RNE, JODHPUR .
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के राजस्थानी विभागाध्यक्ष एवं प्रतिष्ठित कवि-आलोचक डाॅ.गजेसिंह राजपुरोहित को उनकी राजस्थानी भाषा-साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए महरानगढ म्यूजियम ट्रस्ट, महरानगढ-जोधपुर द्वारा मारवाड़-रतन अवार्ड 2024 के अंतर्गत पद्मश्री डाॅ.सीताराम लाळस पुरस्कार से पुरस्कृत किया जायेगा ।
इस राज्य स्तरीय प्रतिष्ठित पुरस्कार के अंतर्गत महरानगढ ट्रस्ट द्वारा ताम्रपत्र, श्रीफल, शाॅल एवं पच्चास हजार रुपए प्रदान किये जाते है । महरानगढ म्यूजियम ट्रस्ट के महाप्रबंधक जगतसिंह राठौड़ ने बताया कि आगामी 12 मई को जोधपुर स्थापना दिवस पर महरानगढ स्थित मानशाही परकोटे चौक पर आयोजित भव्य समारोह में एच.एच. महाराजा गजसिंह जी मारवाड़-जोधपुर द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया जायेगा ।
ज्ञातव्य है कि डाॅ.गजेसिंह राजपुरोहित को अभी हाल ही में उनकी राजस्थानी काव्यकृति पळकती प्रीत के लिए साहित्य अकादेमी नई दिल्ली का साहित्य अकादेमी सर्वोच्च राजस्थानी अवार्ड प्रदान किया गया है । डाॅ.राजपुरोहित विगत 25 वर्षो से निरन्तर राजस्थानी भाषा-साहित्य में सकारात्मक उल्लेखनीय कार्य कर रहे है । शुक्रवार को यह अवार्ड घोषित होने पर अनेक रचनाकारों, समाज बंधुओं, विश्वविद्यालय शिक्षकों, गणमान्य नागरिकों एवं शोधछात्रों ने प्रसन्नता व्यक्त कर डाॅ.राजपुरोहित को बधाई दी ।