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बजट पर बोलेते हुए भी बगैर नाम लिए कल्ला पर हमलावर हुए जेठानन्द

RNE Bikaner.

बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानन्द व्यास एक बार फिर पूर्व मंत्री बी.डी. कल्ला पर हमलावर हुए। कल्ला का नाम लिए बगैर विधायक व्यास ने उन पर जमकर हमला बोला। BDA और GSS के मसले पर व्यास ने कल्ला को आड़े हाथों लिया।

दरअसल विधायक जेठानंद व्यास मंगलवार को विधानसभा में बजट पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले बजट सत्र में मेरी मांग पर जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बीकानेर को विकास प्राधिकरण की सौगात दी, तो मेरे प्रतिद्वंदी तथा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विभिन्न विभागों के मंत्री रहे ने फेसबुक पर वीडियो अपलोड करते हुए कहा कि बीकानेर विकास प्राधिकरण से बीकानेर को नुकसान होगा। यह उनकी विकास विरोधी सोच को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि इस बजट में उपमुख्यमंत्री ने बीकानेर शहर को 132 केवी जीएसएस की सौगात दी, तो पूर्व मंत्री ने एक अखबार की कटिंग वायरल करते हुए बताया कि उन्होंने इसकी घोषणा पूर्व में करवाई थी। इसे 2021 तक पूरा करने की बात कही। उन्होंने इसके लिए बजट भी स्वीकृत कर दिया था।

विधायक व्यास ने कल्ला पर तंज कसते हुए कहा कि मुरलीधर व्यास नगर के जिस क्षेत्र के लिए जीएसएस की घोषणा की गई वहां 1 इंच जमीन नहीं है और यदि बजट स्वीकृत हुआ तो इसका उपयोग कहा हुआ, क्योंकि मैके पर तो कोई जीएसएस नहीं बना है। उन्होंने इस स्वीकृत राशि पर घोटाले का अंदेशा जताया और कांग्रेस को घोटाले की सरकार बताया।

उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बीकानेर के सेटेलाइट अस्पताल को जिला अस्पताल के रूप में क्रमोन्नत किया, लेकिन वर्ष 2023 तक यह डिस्पेंसरी के स्तर का बनकर रह गया। गत डेढ़ वर्ष से यहां विभिन्न ऑपरेशन हो रहे हैं। कई जांचें भी होनी शुरू हो गई हैं। उन्होंने शहरी क्षेत्र में पांच ट्यूबवेल और 10 हैंड पंप दिए जाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया, लेकिन कहा कि बीकानेर शहर में हेडपंप की गुंजाइश नहीं है। इसके मध्यनजर यहां पानी की टंकियां स्वीकृत की जाए उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार की कांग्रेस सरकार ने टंकियां की घोषणा कर दी लेकिन जमीन स्वीकृत नहीं करवाई। बीजेपी की सरकार आने के बाद ना सिर्फ जमीन स्वीकृत की गई है, बल्कि इनका काम भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने सुजानदेसर, करमीसर तथा गेमना पीर के मजदूर बाहुल्य क्षेत्र में पानी के लिए 5 करोड रुपए स्वीकृत करने तथा जल जीवन मिशन की तर्ज पर मुख्यमंत्री शहरी जल जीवन योजना चालू करने पर आभार जताया।

उन्होंने कहा कि बीकानेर शहर की सड़कें बेहद टूटी-फूटी हैं। सरकार द्वारा शहर की सड़कों के लिए गत वर्ष 10 करोड़ तथा इस वर्ष 15 करोड रुपए स्वीकृत किए गए हैं। लेकिन शहरी क्षेत्र की सड़कों की स्थिति देखते हुए उन्होंने मांग की कि 5 करोड रुपए अतिरिक्त दिए जाएं। उन्होंने मंदिरों के पुजारियों और भोग की राशि बढ़ाने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि चौकीदारों का मानदेय भी 3 से बढ़कर 5 हजार किया जाए।

उन्होंने बीकानेर में मिनी सचिवालय स्वीकृत करने और पुलिस कमिश्नररेट बनाने के साथ बीकानेर के कृषि विश्वविद्यालय में कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि शहर की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है। इसे ध्यान रखते हुए बीकानेर शहर में उपखंड अधिकारी तथा तहसीलदार का एक-एक अतिरिक्त कार्यालय स्थापित किया जाए। विधायक ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रस्तुत किए गए दोनों बजट को प्रत्येक वर्ग के लिए उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्ष के दायित्व का निर्वहन करते हुए विरोध कर रही है। जबकि उन्हें पता है कि भाजपा सरकार के दोनों बजट ऐतिहासिक रहे हैं।