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धरोहर संरक्षण में घेवरचंद आचार्य का योगदान अनुकरणीय

 RNE, BIKANER .

श्री आचार्य महानंद ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष घेवर चंद आचार्य का गुरुवार को अभिनंदन किया गया। महानंद मंदिर परिसर में आयोजित समारोह में देर रात आयोजित कार्यक्रम में आचार्य रघुनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष ब्रह्मदत्त आचार्य, आचार्य धरणीधर ट्रस्ट के अध्यक्ष नंद कुमार आचार्य, आचार्य पोकर पोता ट्रस्ट के अध्यक्ष डाॅ. विजय शंकर आचार्य तथा आचार्य महानंद ट्रस्ट के अध्यक्ष डाॅ. सत्यप्रकाश आचार्य बतौर अतिथि मौजूद रहे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सरपंच रामकिसन आचार्य ने की। सभी ने घेवर चंद आचार्य द्वारा लगभग डेढ़ दशक तक अध्यक्ष के तौर पर किए गए कार्यों की सराहना की और युवाओं से इनके आदर्शों के अनुसरण का आह्वान किया। अतिथियों ने कहा कि आचार्य जाति के पूर्वजों ने शहर में मंदिर और तालाब बनवाए। इनका संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

इससे पहले अतिथियों ने घेवर चंद आचार्य को माला, श्रीफल, साफा, शाॅल और अभिनंदन पत्र भेंट किया। अभिनंदन पत्र का वाचन सह-कोषाध्यक्ष एसके आचार्य ने किया। सचिव महेश आचार्य ने स्वागत उद्बोधन दिया।

सार्वजनिक निर्माण विभाग के सेवानिवृत्त अतिरिक्त मुख्य अभियंता बसंत आचार्य ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन हरि शंकर आचार्य ने किया। इस दौरान पूर्व अध्यक्ष घेवर चंद आचार्य ने कहा कि सभी के सहयोग के विभिन्न कार्य करवाने के प्रयास किए गए। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी आगे आए और ऐतिहासिक घरोहरों का संरक्षण करें।

इस दौरान महानंद ट्रस्ट के उपाध्यक्ष झंवर लाल आचार्य, कोषाध्यक्ष रामकुमार आचार्य, सह-सचिव कैलाश आचार्य, एसएन आचार्य, शिव कुमार आचार्य, सुखदेव आचार्य, राजकुमार आचार्य, सत्यनारायण व्यास, छगन लाल आचार्य, जुगल किशोर आचार्य, कमल आचार्य, मोती चंद आचार्य, पुरूषोत्तम आचार्य, गणेश आचार्य, मुरली पुरोहित, आनंद कुमार आचार्य, रामदेव आचार्य, हनुमान आचार्य, दाऊलाल आचार्य, अरुण आचार्य, मदन गोपाल आचार्य, शिव कुमार आचार्य, गणेश आचार्य, शांति लाल आचार्य, बृज मोहन आचार्य, अनिल आचार्य, रविन्द्र आचार्य, नमामी शंकर आचार्य, महेन्द्र आचार्य, संजय आचार्य, रोहित आचार्य, हिमांशु आचार्य, कार्तिक आचार्य सहित अनेक लोग मौजूद रहे।