भाजपा में पहले संगठन पदाधिकारी, फिर राजनीतिक नियुक्तियां, उसके बाद मंत्रिमंडल का काम
RNE Network
भाजपा इस महीनें पूरी तरह से राजनीतिक गतिविधयों में सक्रिय रहेगी। सरकार का एक साल पूरा होने पर अब पार्टी ज्यादा एक्टिव हो गई है। संगठन के चुनाव चल रहे हैं। जिला से प्रदेश तक पदाधिकारियों की नई टीम खड़ी होगी। जिसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। मंडल, जिला व प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति का काम सबसे पहले भाजपा में होना है।
भाजपा में मंडल अध्यक्षों व जिला अध्यक्षों के चुनाव 10 जनवरी तक पूरे करने का टारगेट रखा गया है। इसके लिए प्रदेश प्रभारी पूरी तैयारियां कर चुके हैं। जिलों में भेजे गए चुनाव अधिकारियों की रिपोर्ट के मुताबिक मंडल व जिला अध्यक्ष जयपुर से ही घोषित किये जायेंगे। भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह अग्रवाल की बात पर विश्वास किया जाए तो लगभग सभी जगह बदलाव होगा। बड़े पैमाने पर बदलाव की तैयारी है। 10 जनवरी तक ये काम पूरा करने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव 15 तक कराने का टारगेट है।
प्रदेश अध्यक्ष के लिए वर्तमान अध्यक्ष मदन अरोड़ा का चुना जाना तय है। मगर इस चुनाव की प्रक्रिया भी जल्दी पूरी करनी होगी। क्योंकि भाजपा इस महीनें के अंत तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पूरा कर लेना चाहती है। पहले तो ये 20 जनवरी तक चुनाव कर लेने का टारगेट था, अब शायद इस चयन में महीनें का अंत आ जाये। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही सबसे पहले भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों का चयन होना है। उस पर राठौड़ व अग्रवाल पूरी वर्किंग कर चुके हैं।
संगठन के काम पूरे होने के बाद राजनीतिक नियुक्तियों के काम को पूरा किया जायेगा। अभी तक प्रदेश स्तर तक की कई बड़ी नियुक्तियां बाकी है। ठीक इसी तरह कई बड़े नेताओं को एडजस्ट किया जाना बाकी है। कुछ ने चुनाव नहीं लड़ा और कुछ चुनाव हार गये। उन सबकी राजनीतिक नियुक्तियां होनी है। क्योंकि सरकार बने एक साल बीत गया। इसके अलावा जिला स्तर पर भी बड़ी संख्या में नियुक्तियां होती है, वो काम भी सरकार करना चाहती है ताकि कार्यकर्ताओं को भी सरकार में हिस्सेदारी मिले। संगठन का काम पूरा होते ही इन नियुक्तियों का पिटारा खुलना तय है।
इन दो बड़े कामों के बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार, पुनर्गठन का काम होगा। वर्तमान में 6 मंत्री पद रिक्त हैं तो उन पर नए लोगों को लाया जाना है। कुछ के विभाग बदले जाने हैं और भाजपा प्रदेश प्रभारी की मानें तो कुछ ड्राप भी हो सकते हैं। इस पर सीएम अमित शाह, जे पी नड्डा, प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष के साथ पूरी चर्चा कर चुके हैं। क्योंकि कुछ विधायकों को संगठन में लिया जाना है और कुछ को नियुक्ति मिल सकती है। इस कारण पहले संगठन व नियुक्तियों का काम होगा। इसकी कवायद सीएम स्तर पर हो चुकी है।
कुल मिलाकर ये महीना भाजपा नेताओं के लिए बहुत व्यस्त रहने वाला है। संगठन व सरकार के स्तर पर बड़े निर्णय होने हैं। जिसकी स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है।
मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘ के बारे में
मधु आचार्य ‘आशावादी‘ देश के नामचीन पत्रकार है लगभग 25 वर्ष तक दैनिक भास्कर में चीफ रिपोर्टर से लेकर कार्यकारी संपादक पदों पर रहे। इससे पहले राष्ट्रदूत में सेवाएं दीं। देश की लगभग सभी पत्र-पत्रिकाओं में आचार्य के आलेख छपते रहे हैं। हिन्दी-राजस्थानी के लेखक जिनकी 108 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। साहित्य अकादमी, दिल्ली के राजस्थानी परामर्श मंडल संयोजक रहे आचार्य को अकादमी के राजस्थानी भाषा में दिये जाने वाले सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जा चुका हैं। राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के सर्वोच्च सूर्यमल मीसण शिखर पुरस्कार सहित देशभर के कई प्रतिष्ठित सम्मान आचार्य को प्रदान किये गये हैं। Rudra News Express.in के लिए वे समसामयिक विषयों पर लगातार विचार रख रहे हैं।