Skip to main content

BIKANER : पहली बारिश, राहत भी, आफत भी

 

RNE Bikaner.

बीकानेर में मानसूनी दौर की पहली बारिश ने जहां गर्मी को धो डाला वहीं कई जगह यह आफत की तरह भी नजर आई। शहर के अधिकांश इलाकों में नाले उफन गए और सड़कों पर नदियों की तरह पानी बहा।

कोटगेट पर घुटनों से ऊपर पानी बहने लगा। रफ्तार इतनी तेज कि बाइक सहित लोग बहने लगे। वहां द बेस्ट हेयर ड्रेसर के नाम से सैलून चलाने वाले मनू मारू बोले, कई लोग बचाव करने बीच सड़क पर उतर आए।

कोटगेट के बाहर रेलवे क्रॉसिंग की ओर हालात ज्यादा खराब दिखे। यहां सड़क पर इतनी तेज रफ्तार से नदी की तरह पानी बह रहा था कि लोग बारिश के दौरान इस रास्ते पर जा भी नहीं सकते थे। यही वजह रही कि बारिश थमने के इंतजार में कोटगेट से जोशीवाड़ा की ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई।

जूनागढ़ से तीर्थम्भ तक पानी :

बीकानेर में बारिश होते ही सबसे पहली चिंता सूरसागर में पानी जाना। जूनागढ़ से तीर्थंब तक पानी भर जाना की होती है। इसमें नगर निगम का दफ्तर भी शामिल होता है। आज भी कमोबेश एसा ही हुआ। यह पूरा इलाका पानी-पानी हो गया। गिन्नाणी सहित निचले इलाकों में पानी भर गया।

यहां भी परेशानी कम नहीं :

रेलवे स्टेशन, डाक बंगला, रानी बाजार इंडस्ट्रियल एरिया, छोटा रानीसर बास, पब्लिक पार्क आदि इलाकों में पानी भरने के समाचार हैं।