एसीएस शुभ्रासिंह ने दी सतर्कता की हिदायत, बीकानेर के हालात पर रिव्यू कर रहा स्वास्थ्य विभाग
RNE, BIKANER .
एक चौंकाने वाली खबर है कि बीकानेर में स्वास्थ्य विभाग न केवल डेंगू के आंकड़े छिपा रहा है वरन इसके बचाव और नियंत्रण के उपायों में भी लापरवाही बरती जा रही है। ऐसे में जहां डेंगू के केसेज तो बढ़े ही है वहीं बारिश के बाद हालात विस्फोटक हो सकते हैं। हैरानी की बात यह है कि स्वास्थ्य अधिकारी भले ही कितना ही मामला छिपाने की कोशिश करें यह सरकार की नजर में आ चुका है और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सख्त हिदायतें दी है।
एसीएस ने कहा, बीकानेर में डेंगू पर सतर्कता बरतो :
सोमवार को एसीएस शुभ्रासिंह ने डेंगू, मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियों पर केन्द्रित मीटिंग ली। इस मीटिंग में लगभग पूरे वक्त बीकानेर का जिक्र छाया रहा। एसीएस शुभ्रासिंह ने कहा, जोन में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। इस पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।
राज्य की टीम ने पाई थी खामियां :
दरअसल बीकानेर में डेंगू के केस बढ़ने की रिपोर्ट के बाद हालात का निरीक्षण करने जयपुर से एक टीम आई थी। राज्य स्तरीय टीम ने निरीक्षण में जबरदस्त खामियां पाई। इसकी रिपोर्ट सरकार को दी गई। इस रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य निदेशालय ने बीकानेर में डेंगू के हालात पर नियमित मॉनीटरिंग शुरू की है।
डायरेक्टर माथुर ने बीकानेर के अधिकारियों को दिये निर्देश :
स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा.रविप्रकाश माथुर ने बताया कि बीकानेर जोन की राज्य स्तर से नियमित समीक्षा हो रही है। राज्य स्तर की टीम ने दौरा किया जिसमें कई कमियां पाई गई हैं। इन कमियों में सुधार के निर्देश दिये हैं। बीकानेर के ज्वाइंट डायरेक्टर, सीएमएचओ, डिप्टी सीएमएचओ हैल्थ को डेंगू प्रभावित इलाकों की विजिट कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। इसके साथ ही अंतरविभागीय मामलों को जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में होने वाली साप्ताहिक मीटिंग में निस्तारित करने को भी कहा गया है।
बीकानेर में यूं छिपाए जा रहे मामले :
जानकार सूत्रों का कहना है, बीकानेर में यू भी सामान्य से ज्यादा डेंगू मामले इस साल अब तक रिपोर्ट हुए हैं। इसके साथ ही विभाग ने लगभग 50 से ज्यादा मामलो को रिपोर्ट में शामिल ही नहीं किया है। राज्य स्तर से निरीक्षण करने आई टीम को फील्ड में जगह-जगह मच्छरों की फैक्ट्रियां मिली। यह भी जानकारी मिली है कि फर्जी एंटी लार्वा एक्टीविटी कागजों में कर दी गई।
भीषण गर्मी में डेंगू के केस बढ़ा रहे चिंता :
आमतौर पर बारिश के मौसम में मलेरिया के केस बढ़ते है और इसके बाद अक्टूबर-नवंबर में डेंगू के मामले ज्यादा सामने आते हैं। इस साल अब तक राजस्थान में लगभग 900 डेंगू केस सामने आ चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें से लगभग 200 केस अकेले बीकानेर जोन से हैं। फील्ड में गतिविधियों का दावा किया जा रहा है लेकिन इसका कहीं असर नजर नहीं आ रहा।
अधिकारियों को ये निर्देश :
- मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए फील्ड स्टाफ को प्रशिक्षित करो
- डेंगू पॉजिटिव केसेज में निरंत फीडबैक लो
- मेडिकल कॉलेज-जांच केन्द्रों से मिल रही रिपोर्ट राज्य स्तर पर नियमित भेजो