हिंदी, ब्रज व राजस्थानी की कवयित्री प्रमिला गंगल का निधन
- ओज की कविता पढ़ने में उनका कोई सानी नहीं था
RNE Network
हिंदी, ब्रज व राजस्थानी की कवयित्री प्रमिला गंगल का आज सुबह निधन हो गया। मंचीय कविता पाठ में उनका कोई सानी नहीं था। ओज की कविताएं वे अक्सर मंचों पर पढा करती थी। वे करीब 80 वर्ष की थी।
वे अपने जीवन के अंतिम समय तक साहित्य के लिए सक्रिय थी। पिछले कुछ दिनों से वे गायत्री परिवार से जुड़कर आध्यात्म के क्षेत्र में भी काम कर रही थी। उनकी अधिकतर कविताओं के विषय राष्ट्र भक्ति के थे।