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हिमेटोलोजी सिंपोजियम: बीकानेर में जुटे देश-प्रदेश के डॉक्टर्स ने खून से जुड़ी बीमारियों की बारीकियां जानी

आरएनई, बीकानेर।

‘यह जरूरी नहीं कि प्लेटलेट कम हो रही है तो उसे बढ़ाने के लिए इलाज या ट्रांसप्लांट किया जाए। बहुत बीमारियों ऐसी होती हैं जिनमें प्लेटनेट बढ़ाने के लिए किसी इलाज की जरूरत नहीं है। यह खुद-ब-खुद रिकवर हो जाती है। इससे इतर कई बीमारियां ऐसी हैं जिनमें प्लेटलेट कम होने के कारणों का समय पर पता लगाकर उसे मेंटेन करना बहुत जरूरी है।’

यह कहना है कैंसर रोग विशेषज्ञ एवं आचार्य तुलसी कैंसर रिसर्च के एचओडी डा.सुरेन्द्र बेनीवाल का। डा.बेनीवाल बीकानेर मंे पहली बार हुई हिमेटोलोजी सिंपोजियम में बोल रहे थे। वे इस सिंपोजियम के लिए बनी आयोजन समिति के अध्यक्ष होने के साथ ही बतौर एक्सपर्ट अपने अनुभव शेयर कर रहे थे। मसलन, प्लेटलेट की ही बात चली तो एक व्याख्यान में उन्होंने गाइनोकोलोजी से जुड़ी बीमारियों में प्लेटलेट की कमी के कारण और निवारण बताये। मसलन, आईटीपी इन प्रेग्नेंसी विषयक व्याख्यान में बताया कि किन परिस्थितियों मंे प्लेटलेट कम होने पर गर्भवती की तुरंत डिलीवरी करवानी चाहिए और किन परिस्थितियो में प्लेटलेट मेंटेन होने का इंतजार करना चाहिए।

विशेषज्ञों ने विभिन्न विषयों पर रखी बात:
हिमेटोलोजी सिंपोजियम में देशभर से आए विशेषज्ञों ने अलग-अलग विषयों पर बारीकियां बताईं। मसलन, संदीप ए.शाह ने ‘एप्रोच टू पेन्साइटोपीनिया: केस बेस्ड एप्रोच’ विषयक व्याख्यान पेन्साइटोपीनिया की बारीकियां बताई। इसके लिए व्यापाक दृष्टिकोण की जरूरत बताते हुए चुनौतियों की भी चर्चा हुई।
डा.राहुल भार्गव ने बोन मेरो ट्रांसप्लांट की सफलता और इसकी लागत आदि को लेकर बनी भ्रांतियों को तोड़ने की जरूरत बताई। सिंपोजियम में डॉ. अभिषेक पुरोहित, डॉ. अंकित नेहरा, डॉ़. मोनिका भूकर, डॉ. प्रकाश सिंह शेखावत, डॉ. विष्णु शर्मा, डॉ. राहूल भार्गव, डॉ. उपेन्द्र शर्मा, डॉ. प्रियंका सोनी, डॉ. अभिषेक शर्मा, डॉ. पायल मल्होत्रा, डॉ. अंकुर पूनिया, डॉ. अनुश्री पूनिया, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. परिमल शारदा, डॉ. अभिषेक पुरोहित, डॉ. अंकिता जायसवाल, डॉ. मल्लिका, डॉ. पंकज मालूकानी तथा डॉ. निखिल ने विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया।

बीकानेर के इन डॉक्टर्स ने रखी बात :
सेमिनार के दौरान आयोजन सचिव डॉ. पंकज टांटिया, डॉ. सुरेन्द्र बेनिवाल, डॉ. सुशील फलोदीया, डॉ. एसपी व्यास, डॉ. स्वाति कोचर, डॉ. मोहम्मद यूनूस खिलजी, डॉ. श्वेता मोहता, डॉ. राजेश सिंवर, डॉ. सोनम, डॉ. सारिका स्वामी, ने हिमेटोलॉजी विषय पर अपना व्याख्यान दिया।
इससे पहले दूसरे दिवस कार्यक्रम का उद्गाटन सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉक्टर गुंजन सोनी, डॉ. आरपी अग्रवाल, डॉ. एच.एस. कुमार, डॉ. संदीप शाह, डॉ. सुरेन्द्र बेनिवाल तथा डॉ. नीति शर्मा ने किया। उद्गाटन समारोह को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. सोनी ने आयोजन समिति को सफल आयोजन की बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन से देश भर के डॉक्टर्स को नवीन जानकारीयां प्राप्त होती है जिन्हें सीख कर फिल्ड में वें मरीजों को लाभान्वित करते है।

इतनी भागीदारी :
गौरतलब है कि सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबंद्ध आचार्य तुलसी कैंसर एवं अनुसंधान केंद्र की ओर से शनिवार एवं रविवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय सेमिनार आयोजित हुआ। इस सेमिनार में बाहर से 26 वक्ताओं तथा एसपी मेडिकल कॉलेज से लगभग 15 वरिष्ठ डॉक्टर्स ने रक्त रोगों से संबंधित उपचार एवं जांचों को लेकर नवीन रिसर्च को लेकर प्रशिक्षणार्थियों जागरूक एवं प्रशिक्षित किया।

इनको मिला लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
कार्यशाला के प्रमुख प्रोग्राम के दौरान रेडियोथैरेपी विभाग पीबीएम अस्पातल के पूर्व विभागाध्यक्ष तथा आचार्य तुलसी कैंसर अस्पातल एवं रिसर्च सेंटर के पूर्व निदेशक डॉ. आरके चौधरी को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।