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Jaisalmer: नया इतिहास रचा, दुनिया में पहली बार AI से पैदा हुआ दुर्लभ गोडावण

  • Rajasthan : CM भजनलाल शर्मा ने जताई खुशी

RNE Network, Jaisalmer.

राजस्थान के जैसलमेर से एक ऐसी खबर आई है जिस पर देशभर में खुशी जताई जा रही है वहीं दुनिया के लिए उम्मीद की एक किरण नजर आई है। खबर यह है, यहां सुदासरी स्थित ब्रीडिंग सेंटर में आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन (AI) के जरिए गोडावण का चूजा पैदा करवाने में वैज्ञानिकों को सफलता मिली है।

ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश है। ऐसे में दुर्लभ और राजस्थान के राज्य पक्षी गोडावण के संबंध में जैसलमेर में नया इतिहास रचा गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस उपलब्धि पर वैज्ञानिकों को बधाई दी है।

ऐसे हुआ आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन :

दरअसल रामदेवरा स्थिति ब्रीडिंग सेंटर में एक नर गोडावण को आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन के लिए प्रशिक्षित किया गया और उसके स्पर्म एकत्रित कर उन्हें सुदासरी स्थित ब्रीडिंग सेंटर में ले जाकर गत 20 सितम्बर को वहां मादा गोडावण में इंजेक्ट किया गया। इसके 4 दिन बाद मादा ने अंडा दिया।

जिसकी वैज्ञानिकों ने पूरे तौर पर देखभाल की और गत 16 अक्टूबर को अंडे से गोडावण का चूजा बाहर निकला। इस चूजे को 7 दिन तक लगातार 24 घंटे वैज्ञानिकों ने निगरानी में रखा और उसके सभी मेडिकल टेस्ट किए गए, जिनमें वह खरा उतरा है।

08 महीने नर गोडावण को ट्रेनिंग :

इस पद्धति में नर गोडावण के सामने एक कृत्रिम मादा रखी जाती है और उसे मेटिंग के लिए प्रशिक्षित किया जाता है जिससे वह स्पर्म दे सके। नर गोडावण को इस तरह का प्रशिक्षण देने में 8 माह का समय लगा। गौरतलब है कि जैसलमेर का डेजर्ट नेशनल पार्क गोडावण संरक्षण की दशकों पुरानी कवायद का हिस्सा है।

यहां पर गोडावण के रहने व उनके प्रजनन की अनुकूल परिस्थितियां हैैं। इसके अलावा जिले में दो ब्रीडिंग सेंटर रामदेवरा व सुदासरी में बनाए गए हैं।