बरेली का मामला : दर्शनार्थी ग्रामीणों ने वीडियो बनाया, वन विभाग की टीम ने ले जाकर जंगल में छोड़ा
आरएनई,नेटवर्क।
एक मंदिर में घुसे अजगर ने पहले तो शिवलिंग को स्पर्श किया और फिर हनुमान प्रतिमा से लिपट कर चरण स्पर्श किया ।अजगर के इस कारनामे का देखने के लिए मन्दिर में लोगों की भीड़ जमा हो गई और नायाब मंजर का विडियो भी वायरल हो रहा है। मामला बरेली के अलीगंज मझगवां विकासखंड क्षेत्र का है।
ये है पूरा मामला
ग्राम पंचायत लोहारी के माजरा रघुवीरपुर गांव के निकट अरिल नदी किनारे मंगलवार को विशालकाय अजगर आने से हड़कंप मच गया। यह अजगर गांव के मंदिर में घुस गया। इसकी जानकारी होने पर लोगों की भीड़ जुट गई। करीब 15 फुट लंबे अजगर ने पहले शिवलिंग को स्पर्श किया। फिर हनुमान प्रतिमा को छूते हुए दीवार पर काफी ऊपर टंगी हनुमान जी की तस्वीर तक पहुंच गया। तस्वीर में हनुमान जी के चरण छूकर फिर नीचे आ गया। यह सब देखकर ग्रामीण हैरान रह गए। बाद में सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने अजगर को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया।
ग्रामीणों की भीड़ जुट गई
जानकारी के मुताबिक मंगलवार के दोपहर करीब 12 बजे लोहारी गांव से एक किलोमीटर दूर रघुवीरपुर के निकट अरिल नदी किनारे विशालकाय अजगर धूप सेंक रहा था। खेतों में काम कर रहे लोगों की नजर उस पर पड़ी तो सबके होश उड़ गए। पूरे गांव में यह खबर फैल गई। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। अजगर रेंगते हुए पास स्थित मंदिर में घुस गया और शिवलिंग को स्पर्श करते हुए हनुमान प्रतिमा से लिपट गया। फिर दीवार के सहारे ऊपर टंगी हनुमान जी की तस्वीर तक पहुंचा और हनुमान जी के चरण तक जाकर नीचे आ गया।
वन विभाग के अधिकारियो ने किया रेस्क्यू
गांव के ही राशन विक्रेता राकेश कश्यप ने वन विभाग के क्षेत्रीय वन अधिकारी शिशुपाल को सूचना दी। कुछ ही देर में वन विभाग के अवनेश गंगवार, अमित कुमार एवं वीरेंद्र कुमार के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के सहयोग से अजगर को रेस्क्यू कर बोरी में बंद कर लिया। रेस्क्यू के दौरान अजगर कई बार हमलावर भी हुआ था। बाद में उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया। अवनेश कुमार गंगवार ने बताया कि अजगर की लंबाई करीब 15 फुट है। उसका वजन 30 से 40 किलो के बीच है। पिछले कई दिनों से ग्रामीण अजगर देखे जाने की बात कह रहे थे। दो बार वन विभाग की टीम ने जंगल में अजगर की तलाश की लेकिन वह दिखाई नहीं दिया लेकिन मंगलवार को उसे रेस्क्यू करने में वन विभाग को सफलता पाई। उन्होंने ग्रामीणों से ऐसे किसी वन्य जीव को देखते ही वन विभाग को सूचित करने की अपील की है।