10 हजार ग्रंथों पर होने वाला यह कार्य मार्च 2025 तक पूरा किया जाएगा
आरएनई,बीकानेर।
राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन नई दिल्ली की परियोजना के तहत विश्व गुरु दीप आश्रम शोध संस्थान जयपुर की ओर से अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर अभय जैन ग्रंथालय बीकानेर में पांडुलिपियों के सूचीकरण एवं संरक्षण के कार्य का शुभारंभ किया गया ।
परियोजना के मुख्य अधिकारी जयप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन में सूचीकरण का कार्य पांडुलिपि मित्र विजयलक्ष्मी ,लक्ष्मीकांत उपाध्याय ,और नवरत्न चोपड़ा द्वारा शुरू किया गया।
पांडुलिपि संरक्षण के मुख्य अधिकारी अवधेश वशिष्ठ के मार्गदर्शन में कंजर्वेटर मोहित बिस्सा व क्यूरेटर लव कुमार देराश्री द्वारा 10000 ग्रंथों पर कार्य प्रारंभ किया गया।
ऋषभ नाहटा ने बताया कि 10000 ग्रंथ पर होने वाला यह कार्य मार्च 2025 तक पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभय जैन ग्रंथालय में लगभग 2 लाख पांडुलिपियों का संग्रह है जो अत्यंत महत्वपूर्ण है । इसके संरक्षण और प्रकाशन से भारतीय संस्कृति के मूल तत्वों को प्रभाव में लाने के लिए यह कार्य अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।