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गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने कहा, विधायकों की खरीद-फरोख्त वाली फोन टेपिंग की पेन ड्राइव खुद गहलोत ने दी

आरएनई, स्टेट ब्यूरो। 

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश  शर्मा ने दूसरे चरण की वोटिंग का चुनाव प्रचार खत्म होने के मौके पर विधायकों की खरीद-फरोख्त वाले ऑडियो क्लिप मामले में बड़े खुलासे करते हुए सीधे तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक्सपोज किया है।

लोकेश शर्मा के खुलासे : सीएम ने दी पेन ड्राइव 

16 जुलाई 2020 को लगभग साढ़े तीन चार बजे वे (मुख्यमंत्री) होटल से गए। उनके जाने के एक घंटे के बाद पीएसओ रामनिवास का फोन आया कि मुख्यमंत्रीजी आपको बुला रहे हैं। मैं 10 मिनट बाद सीधे मुख्यमंत्री आवास के लिये रवाना हुआ। पहुंचने मंे एक-डेढ़ घंटा लगा और इस दौरान तीन से चार बार रामनिवास का फोन आया। मैं पहुंचा तो देखा मुख्यमंत्री मेरा इंतजार कर रहे हैं। मेरे पहुंचते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये पेन ड्राइव और एक टाइप्ड पेपर दिया। इस पेन ड्राइव में वो तीनों ऑडियो क्लिप्स थी जो मैंने आपके (मीडिया) के माध्यम से जनता तक प्रसारित करवाया।

घर आया, लेपटॉप में लिया, आपको भेज दिया :

पेन ड्राइव में कथित तौर पर मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, दिवंगत विधायक भंवरलाल शर्मा और संजय जैन की बातचीत की रिकॉर्डिंग थी। मुझे कहा, इसे तुरंत मीडिया को सर्कुलेट कर दो। मैं घर आया। इसे लैपटॉप में ट्रांसफर किया और लैपटॉप से ऑडियो क्लिप को फोन में लिया और उस फोन के जरिये सभी ऑडियो क्लिप मीडिया को सर्कुलेट की।

कबूलनामा : .. और प्रताड़ना नहीं झेल सकता

इस तरह यह ऑडियो क्लिप मुझे सोशल मीडिया के जरिये नहीं मिली वरन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेन ड्राइव में दी थी। जो कृत्य मैंने किया ही नहीं, उस बोझ को लेकर कब तक आगे बढ़ सकता हू। शुरूआत में मुझे भरोसा दिलाया गया कि आप चिंता मत करो सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। जो व्यक्ति यह बात करते थे। आज उन्होंने इस पर बात करना ही बंद कर दिया। आज मैं लगातार कभी आठ घंटे, कभी पांच घंटे पूछताछ झेल रहा हूं। सवालों के जवाब दे रहा हूं। इस मानसिक प्रताड़ना को मैं और मेरा परिवार क्यों झेले। आज तक मैंने भरोसे को बरकरार रखा। आज तक सभी के सामने कहता रहा कि सारी ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया के माध्यम से मिली। यही बात जांच एजेंसी को कहता रहा। अब एजेंसी को भी सारी सच्चाई बताऊंगा।

खुलासे की गजब टाइमिंग : 

यह कबूलनामा है पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा का। सरकार गिराने के प्रकरण में जो फोन टैपिंग वायरल हुई थी उसका खुलासा आज लोकेश शर्मा ने मीडिया के सामने किया। बड़ी बात है खुलासे के टाइमिंग की। आज शाम को राजस्थान में दूसरे चरण का चुनाव प्रचार बंद हुआ। इस चरण में गहलोत के बेटे वैभव गहलोत जालोर-सिरोही से लोकसभा प्रत्याशी है। इतना ही नहीं ऑडियो क्लिप में जिन मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत का नाम उछाला गया था वे भी जोधपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में जहां राकेश शर्मा ने यह आरोप लगाया कि गहलोत लोगों का उपयोग कर छोड देते हैं वहीं उनकी यह टाइमिंग भी नहले पर दहला देने जैसी लग रही है।

टिकट नहीं मिल था लोकेश शर्मा को :

उल्लेखनीय यह भी है कि लोकेश शर्मा विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे। बीकनेर शहर में उन्होंने इसके लिए तत्कालीन मंत्री बी.डी. कल्ला को भी निशाने पर लिया। बाद में दूसरी जगहों से भी टिकट की उम्मीद लगाई लेकिन खाली हाथ रहे।