![](https://rudranewsexpress.in/wp-content/uploads/2025/02/WhatsApp-Image-2025-02-03-at-11.25.49-AM-1024x760.jpeg)
Mahakumbh 2025: वसंत पंचमी के अमृत स्नान में 65 लाख डुबकी लगा चुके, ये 11 उपाय किए इस बार
- मुख्यमंत्री योगी लगातार कंट्रोल रूम में मौजूद
- प्रयागराज महाकुंभ 2025 में तृतीय अमृत स्नान बसंत पंचमी के अवसर पर प्रशासन का विशेष ‘ऑपरेशन इलेवन’ प्लान
- त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात, बैरिकेडिंग बढ़ाई गई
RNE Network Prayagraj.
महाकुंभ में वसंत पंचमी के मौके पर तीसरा और आखिरी अमृत स्नान चल रहा है। अखाड़ों के संतों ने ब्रह्ममुहुर्त में स्नान कर आगाज किया। अब तक लगभग 65 लाख श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं।
संगम नोज तक लगभग 10किमी लंबा श्रद्धालुओं का रेला नजर आ रहा है। पिछले हादसे को देखते हुए इस बार सुरक्षा के लिहाज से कई बड़े उपाय किए है। इसमें खासतौर पर 11 व्यवस्थाएं शामिल हैं जिन्हें ऑपरेशन इलेवन नाम दिया गया है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीएम हाऊस में बने कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
स्नान के दौरान एकबारगी अखाड़े के साधुओं में टकराहट भी दिखी। आपस में भाले और तलवारें लहराते नजर आए। सुरक्षाबलों ने बीच बचाव किया।
ये है शाही स्नान का ऑपरेशन इलेवन :
दरअसल प्रयागराज महाकुंभ 2025 में बसंत पंचमी के अवसर पर आयोजित तृतीय अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु प्रशासन द्वारा विशेष ‘ऑपरेशन इलेवन’ प्लान तैयार किया गया है। इस योजना के तहत त्रिवेणी संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की संख्या को संतुलित रखने और सुचारू क्राउड मैनेजमेंट सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
1. वन वे रूट पर सख्त अमल:
प्रमुख मार्गों पर वन वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू। पांटून पुलों पर सुगम यातायात बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम।
2. सुरक्षा व्यवस्था कड़ी:
न्यू यमुना ब्रिज पर सुरक्षा को सुदृढ़ करने हेतु एक अतिरिक्त राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में एक कंपनी पीएसी तैनात की गई है। दो मोटर साइकिल दस्ते सतत गश्त करेंगे और ब्रिज की साइड रेलिंग को मजबूत किया गया है, जिससे किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
3. शास्त्री सेतु पर विशेष निगरानी:
झूंसी से संगम जाने वाले मार्ग पर सुचारू यातायात बनाए रखने हेतु एक राजपत्रित अधिकारी और एक कंपनी पीएसी की तैनाती की गई है। दो मोटर साइकिल दस्ते लगातार पेट्रोलिंग करेंगे ताकि श्रद्धालुओं का आवागमन व्यवस्थित रहे।
4. टीकरमाफी मोड़ पर भीड़ नियंत्रण:
झूंसी क्षेत्र से आने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए टीकरमाफी मोड़ पर सीएपीएफ की तैनाती की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कटका तिराहा, जिराफ चौराहा, छतनाग मोड़ और समुद्रकूप मोड़ से ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है।
5. फाफामऊ पुल तथा पांटून पुलों पर विशेष प्रबंध:
फाफामऊ पुल और अन्य पांटून पुलों पर पुलिस बल की विशेष तैनाती की गई है। मोटर साइकिल दस्ते निरंतर निगरानी करेंगे ताकि यातायात और सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे। पीएसी की तैनाती कर श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास की प्रक्रिया को व्यवस्थित किया गया है।
6. रेलवे स्टेशन और बस मूवमेंट के विशेष इंतजाम:
झूंसी रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भीड़ को व्यवस्थित करने हेतु राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में पीएसी की तैनाती की गई है। रेलवे अधिकारियों के समन्वय से ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाई जा रही है ताकि यात्रियों को सुगमता रहे।
7. झूंसी क्षेत्र में बस संचालन की विशेष योजना:
सरस्वती द्वार से गोरखपुर और वाराणसी के लिए अस्थायी बस स्टेशन स्थापित किया गया है। झूंसी में पर्याप्त संख्या में रिजर्व बसों की व्यवस्था की गई है, जिससे मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
8. प्रयाग जंक्शन पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था:
प्रयाग जंक्शन पर भीड़ नियंत्रण के लिए तीन पुलिस उपाधीक्षकों के नेतृत्व में पुलिस बल और दो कंपनी पीएसी की तैनाती की गई है। आईईआरटी फ्लाईओवर से प्रयाग जंक्शन जाने वाले मार्ग पर यातायात रोकने के लिए पर्याप्त बैरिकेडिंग की गई है।
9. जीटी जवाहर और हर्षवर्धन चौराहे पर विशेष नियंत्रण:
मेडिकल कॉलेज चौराहा और बालसन चौराहा पर राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। डायवर्जन की व्यवस्था कर श्रद्धालुओं को सुगम मार्ग उपलब्ध कराया गया है।
10. अतिरिक्त सुरक्षा और यातायात व्यवस्था:
अन्दावा और सहसो चौराहे पर अतिरिक्त पुलिस बल और यातायात पुलिस तैनात की गई है। नौ मोटर साइकिल दस्ते सतत निगरानी करेंगे और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्रेन की व्यवस्था की गई है।
11. अतिरिक्त फोर्स का प्रबंध:
तृतीय अमृत स्नान पर्व के दौरान सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दो कंपनी आरएएफ और तीन कंपनी पीएसी का अतिरिक्त प्रबंध किया गया है। संवेदनशील स्थानों पर राजपत्रित अधिकारियों की विशेष निगरानी रहेगी। 56 क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) और 15 मोटर साइकिल दस्तों की तैनाती कर प्रभावी पेट्रोलिंग सुनिश्चित की गई है। प्रमुख चौराहों और डायवर्जन प्वाइंट्स पर सीएपीएफ और पीएसी की तैनाती की गई है।